इस समय एक बंगला फिल्म के निर्देशक कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और उनका 82 साल की उम्र में निधन हो गया है। आपको बता दें कि पिनाकी चौधरी (Pinaki Choudhary) कला और संगीत जगत में रुचि रखती थी और उन्होंने 1983 में सिनेमा की दुनिया में कदम रखा था और उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया था।
निर्देशक पिनाकी चौधरी का निधन
पिनाकी चौधरी ने कोलकाता स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली है और वह काफी लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे उन्हें 1 महीने पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं बांग्ला फिल्म निर्देशक पिनाकी चौधरी को काफी लोग जानते हैं और उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया है।
अब उनका निधन हो चुका है, जिसकी जानकारी उनके परिवार वालों ने सोमवार को दी है। पिनाकी चौधरी ने कोलकाता स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली है। वह 82 वर्ष के थे उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा एवर काफी लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे बीते दिनों उन्हें कुछ समय पहले अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। क्योंकि चिकित्सकों ने उनके अंतिम दिनों में उनके आवास पर ले जाने का सुझाव दिया था।
उनके फिल्मो की बात की जाए तो, उन्होंने 1983 में सिनेमा की दुनिया में कदम रखा, जब उन्होंने ‘चेना अचेना‘ (ज्ञात और अज्ञात) फिल्म का निर्देशन किया, जिसमें सौमित्र चटर्जी, अमोल पालेकर, तनुजा, छाया देवी जैसे कलाकारों ने काम किया था।
उन्हें 1996 में ‘शंघाथ‘ के लिए और 2007 में बल्लीगंज कोर्ट के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे। पिनाकी चौधरी ने एक निर्माता के रूप में फिल्मी दुनिया में अपना करियर शुरू किया लेकिन बाद में निर्देशक बन गए। उन्हें दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है।