जाने क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में INDORE के श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के शुभ अवसर पर दिल को दहला देने वाली घटना हुई थी जिसमे 36 लोगों की मौत हो गई थी मंदिर में जो बावड़ी की छत थी वो अचानक से गिर के धसने लगी जिसमे 36 लोग मर गए और कुछ लोगों को काफी चोटें भी आई।
आपको बता दें की मंदिर का अवैध निर्माण हुआ था उस पर अब नगर निगम ने एक्शन लेकर आधा दर्जन से अधिक बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाया है इस दौरान उप नगर आयुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे और नगर निगम 3 और गैरकानूनी बने धार्मिक स्थलों पर करेगा कार्रवाई।
INDORE मंदिर का जो हिस्सा गिरकर जमीन में धंस गया था वो गैरकानूनी था
सूत्रों की माने तो मंदिर का जो हिस्सा गिरकर जमीन में धंस गया था वो गैरकानूनी था इस मामले को लेकर कुछ लोगों के द्वारा बहुत पहले ही अवैध बने हिस्से तोड़ने के लिए शिकायत कराई गई थी फिर नगर निगम के द्वारा गैरकानूनी हिस्सो को चिन्हित भी किया गया था लेकिन मंदिर ट्रस्ट के द्वारा लोगों की धार्मिक भवनाएं आहात होने की बात कही गई।
जिसके बाद नगर निगम के द्वारा कोई एक्शन नही लिया गया इसी कारण अब लोग आरोप लगा रहें हैं की अगर शिकायत जब की थी तभी कार्रवाई हो जाती तो इतनी बड़ी घटना ही ना घटती और इतने लोगों की जान ना जाती इस पर वो नगर निगम को दोषी मान रहे हैं ऐसे में पुलिस ने मंदिर ट्रस्ट और नगर निगम के दो अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
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INDORE महादेव मंदिर ट्रस्ट के दो के पदधिकारियों को किया निलंबित
आपको बता दें की INDORE महादेव मंदिर में रामनवमी के शुभ अवसर पर जो बावड़ी धंसी वो 200 से अधिक साल पुरानी थी जिसे सिर्फ चार लोहे के गर्डरों, कंक्रीट की एक पतली परत और टाइलों से ढँककर बनाई गई थी यह बावड़ी इतनी ज्यादा कमजोर थी की जब ज्यादा लोग इसपर खड़े होकर रामनवमी का आनंद लेने लगे तो ये उन सब का वजन ना उठा सकी और टूट कर धंस गई।
इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। और कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए वहीं अवैध निर्माण को लेकर पुलिस ने मंदिर ट्रस्ट के दो के पदधिकारियों को जिम्मेदार माना है और उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया है और उनको निलंबित भी कर दिया गया है।