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Rajasthan News: मणिपुर की हिंसा की तुलना राजस्थान में महिलाओं के अपराधों को लेकर चर्चा में आए गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अब राजस्थान सरकार की परेशानी बनते जा रहे हैं। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि विधानसभा में मुझसे डायरी छिनने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए थी। लेकिन मुझे ही निलंबित कर दिया गया। सरकार मुझे लगातार ब्लैकमेल कर रही है। उन्होंने आरसीए में भ्रष्टाचार का भी जिक्र किया है।
कांग्रेस मुझपर माफी मांगने का दवाब बना रही है: गुढ़ा
गुढ़ा ने आगे कहा कि मेरे ऊपर दवाब बनाया जा रहा है, कांग्रेस प्रभारी मुझपर माफी मांगने का दवाब बना रहे हैं। बता दें कि उन्होंने लाल डायरी पढ़कर सुनाई और दिखाई भी। इस डायरी में मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी सौभाग सिंह, पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के बीच राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के चुनाव में लेनदेन की बात कही गई है। साथ ही इस समय मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत ही आरसीए के अध्यक्ष हैं।
लाल डायरी पर जमकर छिड़ा विवाद
राजेंद्र गुढ़ा से प्रेस कांफ्रेस के दौरान एक सवाल पूछा गया कि लाल डायरी किसकी है? धर्मेंद्र राठौड़ का कहना है कि वो गांधी डायरी लिखते हैं। इस पर गुढ़ा ने कहा कि ये डायरी गांधी डायरी ही है। यदि किसी को शक हो तो धमेंद्र राठौड़ की हैंडराइटिंग से मिलान कर लो। जब गुढ़ा से सवाल पूछा गया कि लाल डायरी आप सबके सामने क्यों नहीं लाते? तो उन्होंने कहा कि मुझे वह लगातार ब्लैकमेल कर रहे हैं, साथ ही मुझ पर मुकदमे लगाए जा रहे हैं। माफी मांगने को कहा जा रहा है।
आरसीए पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
आपको बताते चले कि राजेंद्र गुढ़ा ने डायरी के हवाले से कहा कि आरसीए पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वैभव गहलोत इसके अध्यक्ष हैं। डायरी में पूरी तरीके से आरसीए का भ्रष्टाचार का जिक्र किया गया है। लाल डायरी को लेकर गहलोत सरकार विपक्ष भी चारों तरफ से घेर रहा है। बीते दिनों पहले प्रधानमंत्री मोदी का भी राजस्थान दौरा था। इस दौरान उन्होंने डायरी को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि लाल डायरी इनकी नैय्या डूबा देगी।