BJP के नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाते हुए सतीश पूनिया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और उन्होंने उनके बजट रिव्यू के दौरान वहां पर कई तरह की कमियों को भी गिनाया है। इस बार गुलाब चंद कटारिया को राज्यपाल के पद पर नियुक्त कर दिया गया है।
सतीश पूनिया ने निभाई नेता प्रतिपक्ष की भूमिका
एक संवैधानिक पद पर होने की वजह से कटारे ने मुख्यमंत्री के बजट भाषण पर अपना पक्ष नहीं रखा, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने उनकी तरफ से भूमिका निभाते हुए सरकार को घेरा है।
सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार की कमियों को गिनाते हुए उन्होंने प्रदेश में हुए गैंग बार और पेपर लीक के मुद्दे को उठाया। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं पर अत्याचार पर भी सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने बताया है कि महिलाओं पर अत्याचारों में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होते देखी जा सकती है। सीकर में गैंगवार की घटना सहित कुछ घटनाओं का जिक्र भी इस बार उन्होंने किया है। उन्होंने करीब 15 मिनट तक पूनिया ने केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं की भी तारीफ की और उनकी उपलब्धियों को भी बताया है।
इसके साथ ही राजस्थान में हुए पेपर लीक मामले पर भी सतीश पूनिया ने काफी कटाक्ष किया है और उन्होंने पेपर लीक मामले में राजस्थान को पहले नंबर पर बताया है। उनका कहना है, की लाखों विद्यार्थियों के भविष्य को गहलोत सरकार द्वारा दाव पर लगा दिया गया है, जो विद्यार्थि हर साल घर से दूर रहकर कोचिंग करते हैं उनके विश्वास को भी ठेस पहुंचाई है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पेपर लिक के साथ अब तो बजट भी लीक होने लगा है, जिस तरह से बजट लीक हुआ है। उस तरह से आप राज्य सरकार की नीतियों को देख सकते हैं। यहां पर कोई भी चीज आज गोपनीय नहीं बनी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि यह संवैधानिक मर्यादाओं का भी उल्लंघन है।