RAJSTAHN: इस समय राजस्थान की गहलोत सरकार पर बड़े लोगों को बचाने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप गहलोत सरकार पर निर्दलीय विधायक बलजीत यादव द्वारा लगाए गए हैं। आपको बता दें कि, निर्दलीय विधायक बलजीत सिंह यादव का आरोप है कि, पेपर लेकर की घटनाओं में सरकार ने अब तक इसी तरह का कोई कड़ा फैसला नहीं लिया है, लेकिन इसमें सरकार बड़े लोगों को बचाते हुए नजर आ रही है।
बलजीत यादव का सरकार पर गंभीर आरोप
उन्होंने कहा कि परीक्षा पेपर के स्ट्रांग रूम पर क्या वजह रही कि, निजी व्यक्ति को ड्यूटी पर लगाना पड़ा। वहीं इसके बाद पेपर लीक की घटना होने पर उसे गिरफ्तार तो कर लिया गया, लेकिन उसकी ड्यूटी लगाने वाले कलेक्टर और एसपी अब पर अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, जबकि उनकी जवाबदेही है कि वह इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाए।
अजीत यादव का कहना है कि, रामगोपाल उर्फ राम कृपाल मीणा जयपुर में निजी कोचिंग क्लास चलाते हैं और पेपर के स्ट्रांग रूम की चाबी भी रामगोपाल को दे रखी थी। जब पेपर लेकर कि इस तरह की घटना हुई तो, पुलिस ने रामगोपाल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उसकी ड्यूटी लगाने के पीछे कारण और उनकी जगह पर किसी अन्य व्यक्ति की ड्यूटी नहीं लगाइ और कलेक्टर और एसपी को पूछताछ के लिए नहीं बुलाना, यह सब गहलोत सरकार की अनदेखी है।
इस तरह से अंदाजा लगाया जा सकता है कि, गहलोत सरकार आज बड़े लोगों को बचा रही है वहीं उनकी जगह पर छोटे व्यक्तियों को आरोपी बना कर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रही है। उन्होंने बताया कि यदि इन बड़े अधिकारियों से इस मामले में पूछताछ की जाए तो, पूरी सरकार का भंडाफोड़ हो सकता है।
बलजीत यादव पेपर की घटनाओं पर ठोस कार्रवाई करने और बेरोजगारों के लिए स्थानीय स्तर पर प्रावधान बनाने के लिए 14 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान की विधानसभा मुख्यालय पर दौड़ने का एक अभियान भी चला रहे हैं और वह इन सभी मांगों और पेपर लिखी की घटनाओं पर गहलोत सरकार के द्वारा लिए गए फैसले पर भी विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं।