Rajasthan Election 2023
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग समाप्त हो गई है, इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। अब यहां 19 जिले और नए बनाए गए हैं, जिसके बाद राजस्थान अब 50 जिलों का हो गया है। बता दें कि कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम गहलोत ने जिलों की घोषणा की है। नए जिलों के सीमांकन को लेकर राजस्व विभाग ने गजट नोटिफिकेश पहले से ही तैयार कर लिया था।

इन जिलों को मिली मंजूरी
जिलों के सीमांकन और नोटिफिकेशन की प्रक्रिया पर अंतिम मुहर लगने के बाद नए जिलों की घोषणा कर दी गई है। नवगठित जिलों में बालोतरा, ब्यावर, डीग, दूदू, कोटपूतली, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, केकडी, खैरथल, नीमकाथाना, अनूपगढ़, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर, डीडवाना और शाहपुरा शामिल हैं। अब राजस्थान का सबसे छोटा जिला दूदू बना दिया गया है और क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो जैसलमेर सबसे बड़ा जिला है।
राजस्थानवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन
17 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री गहलोत ने 19 नए जिलों और तीन संभाग बनाने की घोषणा की थी। अब 4 अगस्त को कैबिनेट बैठक समाप्त होने के बाद इसकी घोषणा कर दी गई है। वहीं, मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि यह दिन राजस्थानवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन साबित होगा। सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक आसानी से पहुंच सकेगा। कई बार बड़े जिलों के दूरस्थ जगहों पर प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में अब इन अधिकारियों का पहुंच आसान भी होगी और तुरंत न्याय।
7 अगस्त को कांग्रेस के प्रभारी मंत्री करेंगे सर्वधर्म प्रार्थना
नए जिलो की घोषणा के बाद सीएम गहलोत ने कहा कि 7 अगस्त को सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने जिलों में जाएंगे और वहां पर सर्वधर्म प्रार्थना करेंगे। इस दौरान पूजा-पाठ भी किया जाएगा। भारतीय परंपरा के मुताबिक पूजा-पाठ करने के बाद जिलों की विधिवत स्थापना की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कई दफा भौगोलिक क्षेत्र बड़े होने के कारण कलेक्टर और एसपी चाह कर भी प्रत्येक इलाके में नहीं पहुंच पाता हैं।