Rajasthan के बेरोजगारों ने खोला गहलोत के खिलाफ मोर्चा

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CM गहलोत ने फिर किया एक लाख नौकरियों का वादा

जैसे-जैसे Rajasthan में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रही है वैसे-वैसे Rajasthan की गहलोत सरकार नए-नए वादे करते हुए भी दिखाई दे रही है, लेकिन इस समय Rajasthan में बेरोजगारी मुद्दा भी एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। यहां पर आज भी कई योजनाओं के अंतर्गत अभी तक भर्तियां नहीं की गई है।

गहलोत के खिलाफ बेरोजगारों ने खोला मोर्चा

वही सवाल यह भी उठता है कि पिछले बजट में 1 लाख नौकरियां देने की घोषणा की गई थी, लेकिन उनमें से अब तक 83892 पदों पर अब तक भर्ती नहीं हो पाई है। ऐसे में गहलोत सरकार एक बार फिर से लोक लुभावने वादे करते हुए दिखाई दे रही है और इसके साथ उनका कहना है कि प्रदेश के युवाओं को एक बड़ी राहत दी जा रही है।

Rajasthan के बेरोगारों को मिलेगी नौकरी

उन्होंने बजट रिप्लाई में 1 लाख नई नौकरी देने की भी घोषणा की है, लेकिन यह घोषणा कब तक धरातल पर आएगी इसका कोई जवाब नहीं दिया है। इस घोषणा को लेकर प्रदेश के बेरोजगारों में खुशी है, लेकिन उनका सवाल यही है कि घोषणा है कि जाती है, लेकिन अब तक उन्हें अमल में नहीं लाया गया है, जिस तरह से पिछले बजट में 1 लाख नौकरियों की घोषणा की गई थी उनमें से सिर्फ 15 से 20 हजार नौकरियां ही दी गई है। बाकी की नौकरी पिछले साल ही दे देना चाहिए थी। लेकिन अब एक बार फिर से सरकार द्वारा बजट में घोषणा कर दी गई है लेकिन अब तक बेरोजगारों को इसमें कोई राहत नहीं मिली है।

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पिछले वादे के अनुसार एक लाख भर्तियों में से सिर्फ कुछ ही भर्तियां निकाली गई थी, वहीं दूसरों की बजट की बात की जाए तो थर्ड ग्रेड टीचर के 48000 पदों पर भर्तियां नहीं हुई है भाई सेकंड ग्रेड पथ पर 9000 अध्यापक की भर्ती अभी तक लंबित है। ऐसे में जनता सिर्फ इस तरह की घोषणाओं को लोकलुभावन वादे ही बता रही है। इसके चलते प्रदेश की बेरोजगार युवा सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं कि कब सरकार उनकी मांगों को पूरा करेगी।