इस समय Rajsthan में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता के रूप में जाने जाने वाले पूर्व स्पीकर विधायक कैलाश मेघवाल ने राजस्थान सरकार को घेरते हुए सियासी बयान दिया है। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों को कटघरे में खड़ा करते हुए उन पर दलित नेताओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने Rajsthan की गहलोत सरकार पर और भी कई आरोप लगाए हैं। उनका मानना है कि, शेड्यूल कास्ट के लोगों को पार्टियां गुलाम बना कर रखती है।
कैलाश मेघवाल का गहलोत सरकार पर निशाना
उनके इस बयान से अब सियासी हलचल भी काफी तेज हो गई है। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों पर भी बड़ा हमला किया है, उन लोगों का कहना है कि, 1952 से ही शाहपुर विधानसभा क्षेत्र शेड्यूल कास्ट के लिए आरक्षित है। यह कहने में मुझे आज की राजनीति में कोई एतराज नहीं है कि, शेड्यूल कास्ट के लोगों को राजनीतिक पार्टियां अपनी तरह से इस्तेमाल करते हुए देखी जा रही है।
कैलाश मेघवाल ने भीलवाड़ा जिले में शाहपुरा प्रेस क्लब भवन लोकार्पण कार्यक्रम में अपने बयान रखें। आज कैलाश मेघवाल Rajsthan के भाजपा के प्रमुख दलित चेहरों में से एक माने जाते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान जिला पत्रकार सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, इसमें उन्होंने भीलवाड़ा जिले के अधिकतर पत्रकार शामिल हुए थे और उन्हें की उपस्थिति में उन्होंने यह हमला बोल कर सभी को चौंका दिया है।
आपको बता दें कि, आज उनकी उम्र 90 साल हो चुकी है, लेकिन उसके बावजूद भी इसी साल उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने की भी इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि, मैं आज भी पूर्ण रूप से राजनीति में सक्रिय हूं पार्टी के 70 साल से अधिक उम्र वाले फार्मूले के बावजूद हम जैसे कई वरिष्ठ नेता आज भी कार्य करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक पार्टियों में अलग-अलग तरह से सियासी बयान निकाले जा रहे हैं। उन्होंने इसका सीधा तंज गहलोत सरकार पर भी कसा है। कांग्रेस सरकार भी इस तरह के मुद्दों के लिए अक्सर जानी जाती है।