बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष Gulab Chand Katariya को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इसके बाद कल उनका विदाई समारोह रखा गया था, जिसमें उन्होंने विधानसभा को भी उन्होंने संबोधित किया है। Gulab Chand Katariya को असम का राज्यपाल बनाए जाने पर सदन के मुख्य द्वार पर Gulab Chand Katariya के सम्मान में एक फोटो सेशन भी हुआ है, जहां पर सभी नेताओं और शिरकत की है, वहीं यहां पर एक कमी भी देखी गई है।
Gulab Chand Katariya का विदाई समारोह
आपको बता दें कि इस फोटो सेशन के दौरान राजस्थान विधानसभा के सभी सदस्यों को बुलाया गया था, लेकिन इस फोटो में सचिन पायलट के साथ यहां भी एक घटना देखने को मिली है जो कि, इस समय सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसके चलते उन्हें अग्रिम पंक्ति की कुर्सी में बैठने की जगह दूसरी लाइन में विधायकों के साथ खड़ा होना पड़ा।
आपको बता दें कि, यह फोटो सेशन विधानसभा के बाहर हो रहा था जहां पर जब फोटो सेशन हो रहा था तो अग्रिम पंक्ति में बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई थी। जब पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी अग्रिम पंक्ति की कुर्सी पर बैठने के लिए पहुंचे तो उन्होंने देखा कि, हर कुर्सी पर बैठने वाले मंत्री या नेता का नाम लिखा हुआ था। लेकिन ऐसे में उनकी कुर्सी प्रथम पंक्ति में ना होकर उनकी कुर्सी विधायकों वाली दूसरी पंक्ति में थे।
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जब उन्होंने देखा कि प्रथम पंक्ति में सचिन पायलट का नाम किसी भी कुर्सी पर नहीं दिखाई दिया तो ऐसे में सचिन पायलट पीछे जाकर खड़े हो गए और मंत्री रामलाल जाट अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और सचिन पायलट को आगे आने के लिए मनाने लगे, लेकिन पायलट ने रामलाल जाट को आगे आने से इंकार कर दिया और वह दूसरी पंक्ति में खड़े होकर ही फोटो खिंचवाने लगे।
वही अग्रिम पंक्ति में बैठने वालों में पायलट कैंप के मंत्री हेमाराम को छोड़ दिया जाए तो, बाकी मंत्री बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा से पायलट के साथ ही पीछे खड़े रहे। मंत्रालय के सभी मंत्रियों के लिए कुर्सियां आगे लगाई गई थी, लेकिन फिर भी मंत्री सुखराम बिश्नोई अशोक चांदना ने अपनी कुर्सी अन्य वरिष्ठ नेताओं के बैठने के लिए खाली कर दी और उन्हें जगह देखकर वह दूसरी पंक्ति में जाकर खड़े हो गए।