हादसे के 27 दिन बाद भी Ashok Gehlot सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नही
इस समय राजस्थान के करौली के गुड़गांव से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिस पर अभी तक Ashok Gehlot सरकार ने किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया है। आपको बता दें कि 23 जनवरी को चचेरे भाई-बहन मीनाक्षी और प्रिंस की शादी समारोह में गए हुए थे, जहां पर एक मैरिज गार्डन में महिलाएं गीत गा रही थी और बैंड बाजे बज रहे थे।
शादी में हुआ दर्दनाक हादसा
चारों तरफ खुशी का माहौल था, लेकिन मीनाक्षी और प्रिंस गार्डन की छत पर चले गए, जहां पर 11 हाजर वोल्टेज की लाइन जा रही थी, जहाँ वह इस लाइन की गिरफ्त में आ गये।
प्रिंस झटके से नीचे आकर गिर पड़ा, कुछ लोग प्रिंस को संभाल रहे थे तो कुछ मीनाक्षी की तरफ भी दौड़े लेकिन छत पर मीनाक्षी बेहोश पड़ी हुई पाई गई है, जिन्हें जयपुर के निजी अस्पताल में लेकर आया गया। इस समय दोनों भाई बहन 27 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं, वहीं प्रिंस के दोनों पैर और लक्ष्मी का एक हाथ काट कर शरीर से अलग कर दिया गया है।
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इस भयानक हादसे के बाद भी चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि, अब तक 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन सरकार द्वारा किसी तरह की मैरिज गार्डन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वहां अब भी इसी तरह से शादियां हो रही है। संचालक और पुलिस दोनों ही अपनी जिम्मेदारी से यहां पर बचते हुए दिखाई दे रहे हैं और अन्य हादसों को न्योता देते हुए दिखाई दे रही हैं।
नहीं मिली Ashok Gehlot से कोई मदद
इस समय बच्चों का इलाज करवाना भी परिवार के लिए काफी भारी पड़ रहा है, उन्होंने अपने जेवर और प्लाट सब कुछ दांव पर लगा दिया है, लेकिन अब तक वह ठीक नहीं हो पाई 27 दिन में इलाज पर लगभग ₹22 लाख खर्च हो चुका है, लेकिन Ashok Gehlot सरकार ने अब तक उनकी किसी तरह से कोई सहायता नहीं की है।