RAJSTHAN: इस समय राजस्थान सरकार नए जिलों के गठन करने की खफा शुरू कर चुकी है, लेकिन यही फैसला अब गहलोत सरकार फुलटास पढ़ते हुए दिखाई दे रहा है। क्योंकि गहलोत सरकार द्वारा जिलों के गठन की कवायद शुरू करना अब उनके लिए सिरदर्द बन चुका है।
नए जिलों के गठन की कवायद गहलोत सरकार की बनी मुसीबत
इसके कारण यह लो सरकार के कई मंत्री और विधायकों ने जहां नए जिलों के गठन को लेकर अपनी सरकार पर दबाव बनाया था। वही बजट में नए जिलों की घोषणा की जाए लेकिन अपने पैसे बजट और उसके बाद बजट रिप्लाई के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से नए जिलों के गठन की घोषणा नहीं करने से भी अब सत्ता और संगठन अपने ही मंत्रियों के खिलाफ नाराजगी का सामना करते हुए उन्हें देखा जा सकता है।
कांग्रेस के मंत्री विधायकों में नाराजगी
GEHLOT द्वारा नए बजट की घोषणा नहीं की जाने के कारण कांग्रेस के कई मंत्री और विधायक ने अपनी नाराजगी गहलोत सरकार के समक्ष रखी है। वही आप पार्टी के शीर्ष नेताओं के समक्ष भी इस मामले को भेजी थी कि से उठाया जा रहा है, जिसके बाद यह मामला सरकार के लिए भी सिरदर्द बनता जा रहा है। कांग्रेस के मंत्री विधायकों में नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि, सरकार को या तो नहीं जिले के गठन की कवायद नहीं करनी चाहिए थी और अगर शुरू कर दी गई तो उनके लिए बजट रिप्लाई में नए जिलों की घोषणा भी होना चाहिए था
लेकिन GEHLOT सरकार ने ऐसा नहीं किया है अब जनता सिर्फ यह देख रही है कि, उन्होंने चुनावी साल होने के कारण नए जिलों का गठन कर दिया है, लेकिन उन जिलों के लिए अब तक कुछ भी नहीं दिया गया है।