Rajasthan Election 2023
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, ऐसे में दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व ने गुरूवार को राजस्थान कांग्रेस की बैठक बुलाई। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल, राहुल गांधी और सचिन पायलट समेत कई नेता मौजूद रहे। बतााया जा रहा है कि इस बैठक में सचिन पायलट ने कहा कि हम सब एक हैं, हम सबका गुट एक ही है और वह मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी हैं।
#AICC मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge जी,श्री @RahulGandhi जी, संगठन महासचिव श्री @kcvenugopalmp जी एवं राजस्थान प्रदेश ने अन्य नेताओं के साथ #राजस्थान_चुनाव को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की गई। pic.twitter.com/HwnTbHTwki
— Sukhjinder Singh Randhawa (@Sukhjinder_INC) July 6, 2023
कांग्रेस ने किया राहत और सबका उत्थान: खरगे
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्विट कर कहा कि जन-सेवा, राहत और सबका उत्थान, प्रगति के पथ पर बढ़ता राजस्थान। कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुँचाया है। पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी और राजस्थान के हर वर्ग – किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त करेगी। हम सब की आकांक्षाओं का ख़्याल रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है। इस बार इतिहास बदलेगा।
जन-सेवा, राहत और सबका उत्थान,
प्रगति के पथ पर बढ़ता राजस्थान।कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुँचाया है।
पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी।
राजस्थान का हर वर्ग – किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का… pic.twitter.com/J9Z4TvXnyi
— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 6, 2023
क्या पायलट-गहलोत सुलझेगा विवाद?
बता दें इस बैठक को आगामी चुनाव को देखते हुए तो बुलाया गया है, साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच बढ़ रहे विवाद को अब सुलझाने की ओर कांग्रेस एक फॉर्मूले पर काम कर रही है। जानकारी के माने तो पार्टी ने इसकी रणनीति लगभग तैयार कर ली है और इसी के साथ सचिन पायलट को राजस्थान में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है, साथ ही उनके खेमे का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। इस बैठक में शामिल होने के लिए सीएम गहलोत को भी दिल्ली आना था, लेकिन पैर में चोट लगने के कारण वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में जुड़े।