महिला विधायक ने पेश की मिसाल, पढ़ने की कोई उम्र नही होती

MADHYA PRADESH: मध्यप्रदेश में दसवी बोर्ड के एग्जाम 1 मार्च से शुरु होने वाले है।छात्रों ने बम्बर रिजल्ट लाने के लिए कमर कस ली है।इसी में सबको चौंकाते हुए नेपा की विधायक सुमित्रा कास्डेकर ने 10वी परीक्षा का फार्म भरा है।

बाली सेमलकर नाम से फार्म भरा विधायकजी ने, परीक्षा के लिए उत्साहित

सुमित्रा कास्डेकर अमरावती जिले के सेमाडोह कस्बे महाराष्ट्र की रहने वाली है।बचपन में गांव में स्कूल ना होने की वजह से वो दसवीं की पढ़ाई पूरी नही कर पायी । वे बस आठवीं तक पढ़ी है।आगे चल कर उनकी शादी बुरहानपुर में गायत्री परिवार के ट्रस्टी परिवार में हुई है। उनके पति राजेश कास्डेकर देड़लताई में पशु चिकित्सक हैं।

सरपंच के चुनाव से शुरू हुआ सफर विधायक पद तक पहुंचा

पहले कांग्रेस की सदस्य रह चुकी विधायक सुमित्रा कास्डेकर का परिवार राजनीतिक बैंकग्राउंड का ही था। इसलिए पहला चुनाव उन्होने सरपंच का लड़ा और हार गई । जनपद सदस्य का भी चुनाव हार चुकी सुमित्रा का राजनीतिक सफर तक उफान पर आया जब वह पहली बार नेपा नगर से 2018 कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीती। पर फिर वो बीजेपी में शामिल होकर चुनाव जीती ।

राजनीति सफर की सफलता के बाद अब शैक्षणिक सफर की बारी

नेपानगर विधायक ने परीक्षा फार्म पर अपने विधायक नाम से ही हस्ताक्षर किए हैं,पर फ़ार्म अपने स्कूल के नाम बाली सेमलेकर ही लिखा है। एडमिड कार्ड आ चुका है और नेपानगर विधायक आम छात्रों की तरह बुरहानपुर के सुभाष हायर सेकंडरी पर परीक्षा देने जाएंगी।

नवमी कक्षा के 21 साल बाद आज सुमित्रा कास्डेकर दसवीं की परीक्षा देने जा रही है।ये हर उन महिलाओं को प्रेरित करेगा जो ज़िम्मेदारियों के बोझ तले आगे की पढ़ाई नही कर पाई हैं।नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर और सभी छात्रों को आगामी दसवीं की परीक्षा के लिए शुभेच्छा।