कौन हैं Ashudo Lachhwani and Seeta
Ashudo Lachhwani and Seeta: भेल से रिटायर्ड आशुदो लच्छवानी पिछले 40 साल से शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उनकी कार्यशैली से शिवराज सिंह चौहान इतने प्रभावित हैं कि उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नही पाए हैं ।
73 साल की उम्र में भी है एक्टिव हैं Ashudo Lachhwani
कल मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने समाज सेवा के क्षेत्र में Ashudo Lachhwani के योगदान और एक्टिव जीवनशैली की जानकारी दी । आशुदा लच्छवानी भोपाल के बैरागढ़ के संत हिरदाराम नगर में रहते हैं । पिछले चालीस साल से वो कमजोर तबके के छात्रों को पढ़ाई सामाग्री उपलब्ध करा रहे हैं साथ ही साथ कैरियर की सलाह भी दे रहे हैं । आशुदा लच्छवानी के सहयोग से बहुत से छात्र आज आइआइटी, डाक्टर और सीए बने हैं । सीएम ने आशुदा लच्छवानी को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया है ।
सीएम ने बालाघाट के Seeta Jamra की भी तारीफ की
Seeta Jamra का उल्लेख करते हुए शिवराज सिंह ने बताया कि समनापुर बफर जोन में पदस्थ वन परीक्षेत्र अधिकारी सीता जमरा वहां के बच्चों के लिए निशुल्क लाइब्रेरी चला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि किस तरह Seeta Jamra ने जंगल चेकपोस्ट और अनुपयोगी कमरों में लाइब्रेरी बना दी है।
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कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के पास के गांवों से 25-25 युवा इस लाइब्रेरी में आकर रोज पढ़ते हैं। इस लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें, समाचार पत्र और रोजगार समाचार से सम्बंधित जानकारी उपलब्ध रहती है। मुख्यमंत्री ने Seeta Jamra को जंगल और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के साथ साथ युवाओं को मार्गदर्शन और सहायता करने के लिए धन्यवाद दिया है।