SANJAY RESERVE TIEGER का नया आकर्षण, जंगल में बने बांस के ECHO FRIENDLY अतिथि घर

MADHYA PRADESH: मध्यप्रदेश सरकार अपने पर्यटन क्षेत्र में किए जाने वाले नये प्रयोगों के लिए हमेशा सराहना पाता रहता है । सीधी जिले का TIGER RESERVE WILD LIFE  पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है । अब MADHYA PRADESH के पर्यटन विभाग ने वहां स्थानीय गोंड जनजाति के बांस के घरों जैसे होमस्टे पर्यटकों के रहने के लिए बनवाएं हैं।

SANJAY TIGER RESERVE
SANJAY TIGER RESERVE

कुसमी क्षेत्र का होमस्टे पर्यटकों से फुल हुआ

पर्यटकों को लुभाने के लिए बनाए गए ये होमस्टे पर्यटकों को बहुत पसंद आ रहा है। कुसमी क्षेत्र के अंतर्गत खोखरा गांव में 18 होमस्टे बनाए गए हैं तो पूर्णतः रूप से बांस का बना है। उसमें पर्यटकों को पूरी तरह से आर्गेनिक खाना और माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। खोखरा गोंड आदिवासी बहुल ग्राम है जो मड़वास से 18 किमी की दुरी पर स्थित है।

पर्यटकों को उपलब्ध कराया जाएगा आर्गेनिक माहौल

जंगली जानवरों और बाघों के लिए प्रसिद्ध संजय टाइगर रिजर्व ने अपने यहां घुमने आने वालों के लिए आर्गेनिक खान पान की भी व्यवस्था की है । ये स्थानीय खान पान के संसाधन उन्हे यहां के गोंड जनजाति उपलब्ध कराएगी। साथ ही साथ इन होमस्टे को मिट्टी से पुताई भी की गई है , जिस पर स्थानीय कलाकृति भी उकेरी गई हैं। गोंड जनजाति पर्यटकों के लिए अपनी लोक संस्कृति की भी झलक पेश करने वाली हैं।ये सारी जानकारी SANJAY TIGER RESERVE के संचालक हरिओम सिंह ने कही हैं। उनके अनुसार ये नई चीजे लोगों को आकर्षित करेंगी।