मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने आज विधानसभा में MP Budget पेश कर दिया है। मप्र के पहले ई-बजट को टैब से पढ़ रहे वित्त मंत्री को विपक्ष के हंगामे का सामना करना पड़ा है।
MP Budget जनता पर कोई नया टैक्स नही
वित्त मंत्री ने मध्यप्रदेश के करदाताओं को राहत देते हुए किसी भी नए टैक्स की घोषणा नही की है। पर बजट भाषण के बीच गैस सिलेंडर लेकर पहुंचे कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। सदन से कांग्रेस विधायकों के वॉकआउट के बाद कमलनाथ ने कहा कि केंद्र ने एकतरफ गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए और मध्यप्रदेश सरकार लाडली बहन योजना के तहत 1000₹ दे रही है।
शिवराज सिंह का अनुरोध, MP Budget पेश होने दीजिए प्रदेश की जनता बजट सुनना चाहती है
कांग्रेस के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिपक्ष और कमलनाथ से अनुरोध किया कि हंगामा बंद करे क्योंकि MP Budget भाषण पूरा प्रदेश सुन रहा है, MP Budget के पेश हो जाने के बाद हर पहलू पर चर्चा की जाएगी। विपक्ष को अपनी बात कहने का पुरा मौका दिया जाएगा। वही विपक्ष ने वाकआउट का मन पहले से बना लिया था इसलिए बजट सत्र से पहले ही कांग्रेस विधायक विधानसभा में गैस सिलेंडर लेकर आए हुए थे।
वित्त मंत्री के बजट में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर
आज सुबह बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को जब उनकी पत्नी ने तिलक कर विधानसभा के लिए रवाना किया, तब ही कयास लगाए जा रहे थे कि ये बजट महिलाओं को समर्पित होने वाला है। वित्त मंत्री ने इस बजट में लाडली लक्ष्मी योजना और लाडली बहन योजना के लिए 7 हजार 926 करोड़ रूपए की राशि रखी है। वही नारी कल्याण और स्वंय सहायता समूहों को 1.3 लाख करोड़ रूपये दे रहे हैं। इस बजट के पेश होने के पहले दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने वित्त मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बजट पेश होने के बाद पता चल जाएगा कि ये बजट भैया और भाभी में से किसने बनाया है ।
MP Budget में हर वर्ग का ध्यान, एक लाख सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य
वित्त मंत्री ने प्रति व्यक्ति सालाना आय का आंकड़ा पेश करते हुए बताता कि 2011 के मुकाबले 2022-23 में आय तीन गुना तक बढ़कर एक लाख चालीस हजार हो गई है। वही 23 साल में बजट की राशि 20 गुना बढ़ा चुकी है। पिछले साल सरकार ने 2.79 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया और इस साल का बजट 3.20 लाख करोड़ रूपए का है।सरकार ने इस साल एक लाख युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य रखा है, साथ ही साथ स्वरोज़गार के लिए युवाओं को सहायता देने का भी जिम्मा लिया है।
कांग्रेस के शासन काल में कर्ज लेकर वेतन ओर डीए दिए जाते थे,अब हालात बदल चुके
वही वित्त मंत्री ने कांग्रेस के हंगामे और वाकआउट के बीच चुटकी लेते हुए कहा कि जब 10 साल तक दिग्विजय सिंह की सरकार रही,तब वित्त मंत्रालय को कर्ज लेकर वेतन और भत्ता देना पड़ता था। इस सरकार का बजट जनता के उम्मीदों का बजट है,प्रदेश की “लाडली बहनों” का बजट है।आज घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में पचास रूपये कि बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस वॉकआउट कर अपने विधायकों के साथ गांधी प्रतिमा के पास धरना देने लगे थे।
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कुल मिला कर इस बार के बजट में शिवराज सरकार ने बजट को जिस तरह से सभी का ध्यान रखते हुए तैयार किया है,बजट लागू होने के बाद हर वर्ग का मुस्कुराना तय है।