Madhya Pradesh का चुनावी साल आंदोलनों और हड़तालों का रहने वाला है। Madhya Pradesh में कभी करणी सेना, तो कभी भीम आर्मी आंदोलन करती हैं। राशन दुकानदारों की हड़ताल भी अभी कुछ दिनों पहले खत्म हुई हैं। अब इसमें मध्यप्रदेश का चिकित्सक संघ भी कूद गया है।
17 फरवरी को Madhya Pradesh में नही होगा कोई काम
फरवरी का बदलता मौसम बच्चों से से लेकर बुजुर्गों के स्वास्थ्य में परेशानी का सबब रहता है।इसी में डाक्टरों की होने वाली हड़ताल मरीजों को हलकान करने वाली है।सरकार के तरफ से भी स्थिति स्पष्ट नही है,जिस वजह से डाक्टरों और कर्मचारियों ने उग्र प्रदर्शन की घोषणा करी है।
डाक्टरों की है बीस मांगे, नही चाहते कोई भी प्रशासनिक हस्तक्षेप
डाक्टरों की ये बेमुनियादी हड़ताल अभी कइ दिनो तक रहने वाली है। डाक्टरों ने ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग सरकार से रखी है। चिकित्सक चाहते हैं कि उच्च पदों पर उनको भी कार्यभार दिया जाए, चिकित्सक संवर्ग की स्थापना ,साथ ही साथ अपने कार्य में किसी तरह का हस्तक्षेप भी नही चाहते।
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सरकार से चिकित्सक संघ की पहले भी बातचीत बेनतीजा रही थी,तब डाक्टरों ने काली पट्टी बांध कर सांकेतिक प्रदर्शन किया था।इस बार की हड़ताल में सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नही दी है।पर चिकित्सकों की ये हड़ताल मरीजों को जरूर परेशान करने वाली है।