MADHYA PRADESH: मध्यप्रदेश के इंदौर में फर्जीवाड़े के सहारे तीस साल तक नौकरी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि बी एस टोंगर ने इंजिनियरिंग की फर्जी डिग्री के सहारे फायर ब्रिगेड अधीक्षक की नौकरी पा ली थी।
तीन साल से न्यायालय में लंबित था मामला,अब हुई चार साल की सजा
अग्निशमन विभाग के अधीक्षक बी एस टोंगर के खिलाफ ये मामला तीन सालो से चल रहा था।
टोंगर पर आरोप था कि राजपत्रित अधिकारी का पद पाने के लिए उन्होने फर्जी इंजीनियरिंग की डिग्री का सहारा लिया था।इंदौर की अदालत में शनिवार को टोंगर के खिलाफ सारे आरोप तय हो गए एवं उन्हे 4 साल की सजा और 12000 का जुर्माना कोर्ट ने सुनाया है।
पहले दिल्ली में लोवर डिविजनल क्लर्क थे टोंगर,EOW ने दर्ज की थी FIR
टोंगर पहले दिल्ली विद्युत विभाग में क्लर्क थे।फिर तीस साल नौकरी करके 2013 में वो सेवामुक्त हुए थे। आर्थिक अपराध जांच प्रकोष्ठ (EOW )की शिकायत और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत अब उन्हे सीधे जेल जाना होगा।