Love Story ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शिनी राजे -राजसी प्रेम की शाही कहानी

ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर के महाराजा हैं। उनकी शानदार शख्शियत को कौन नही पसंद करता। उनकी लोकप्रियता भी किसी से छुपी नही है। पर उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी उनसे कही से कम नही है।दोनो की Love Story भी परीकथाओं जैसे ही सुंदर है।

बड़ौदा गायकवाड़ राजघराने की बेटी हैं प्रियदर्शिनी राजे,

प्रियदर्शिनी राजे सीधिंया का जन्म 1975में बड़ौदा के गायकवाड़ मराठा राजघराने में हुआ था।उनकी माता आशा राजे गायकवाड़ नेपाल के शाही राणा परिवार से संबंध रखती हैं, जिन्होने नेपाल के शाहदेव परिवार से पहले 104 सालों तक राज किया था।

यूँ शुरू हुई Love Story

प्रियदर्शिनी से ज्योतिरादित्य की मुलाकात 1991 में दिल्ली में एक दोस्त की पार्टी में हुई थी।दोनों को पहली बार में ही एक दुसरे का साथ भा गया था। प्रियदर्शिनी तब मुबंई की सोफिया कालेज में पढ़ती थी।उनकी बचपन की स्कूलिंग भी वही हुई थी।वो और ज्योतिरादित्य पहले कभी नही मिले थे।

तीन साल की दोस्ती के बाद किया शादी का फैसला :Love Story

दोनो की शादी उनकी पहली मुलाकात के तीन साल बाद 12दिसंबर 1994 में हुई ।पिता माधवराज को जब ज्योतिरादित्य कि इच्छा का पता चला तब वो आश्चर्यचकित हो गए थे।उन्होने बड़ौदा राजघराने के एक फंक्शन में तेरह साल की प्रियदर्शिनी को देखा था,तभी उसे ग्वालियर राजघराने की बहू बनाने का सोच लिया था।ये इच्छा उन्होने अपनी पत्नी माधवी राजे को भी बताई थी।माधवी राजे को भी प्रियदर्शिनी में भावी महारानी के सारे गुण दिखे थे। उन्हे बस प्रियदर्शिनी और ज्योतिरादित्य के बड़े होने का इंतेजार था।

प्रियदर्शिनी अभी जिस राजविलास पैलेस में रहती है उसकी कीमत 4000करोड़ से भी अधिक है।फोर्ब्स ने उन्हे दुनिया की सर्वाधिक खुबसूरत महिलाओं में एक कहा है।महारानी गायत्री देवी के बाद वो दूसरी शाही महिला है,जिन्हे फोर्ब्स ने अपनी सूची में स्थान दिया है। ग्वालियर की जनता महारानी प्रियदर्शिनी का अत्यंत सम्मान करती है।महारानी का भी जनता से जुड़ाव जगजाहिर है।

प्रियदर्शिनी और ज्योतिरादित्य एक आदर्श युगल की तरह जीवन जी रहे है।उनके दो बच्चे महाआर्यमन और अदिति हैं।प्रेम कहानी की ये सुखांत कहान परी कथा सरीखी लगती हैं,जिसमें ना कोई लडाई है,ना मनमुटाव ,ना ही दिल दुखाने वाली बातें। वेलेंटाइन वीक में इनकी प्रेम कहानी युवाओं को जरुर पता होनी चाहिए।