राजनीति भी बड़ी अजीब चीज है।कब कौन अपने कहे से पलट जाए कोई अंदाजा नही लगा सकता।कुछ ऐसा ही नजार मध्यप्रदेश में दिख रहा है,जो पार्टी कुछ दिन पहले बागेश्वर धाम के Dhirednra Shastri पे त़ंज कसते नजर आ रही थी ,आज खुद उनकी शरण में हैं।
बीजेपी हुई हमलावार, की कमलनाथ से माफी की मांग
कमलनाथ के बागेश्वर धाम पहुंचते ही बीजेपी हमलावार नजर आ रही है। कमलनाथ सोमवार को बागेश्वर पहंचे थे।कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रतिपक्ष के नेता गोविन्द सिंह ने तंज कसते हुए कहा था कि बागेश्वर धाम में अगर इतनी शक्ति है तो Dhirednra Shastri किसानों का कर्जा माफ करवा दें। इसी बात को लेकर भाजपा नेता विष्णु दत्त शर्मा ने कमलनाथ से पुछा है कि उनकी पार्टी के कथनी करनी में इतना अंतर क्यों हैं।बातों का ये दोहरापन उनके करनी में भी दिखाई देता हैं।क्या कमलनाथ अब अपने पार्टी के उस नेता से माफी मंगवाएंगे, जो धीरेन्द्र शास्त्री पर व्यंग बाण छोड़ रहे थे।
मैं बजरंग बलि का भक्त -कमलनाथ
धीरेन्द्र शास्त्री से छतरपुर में मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि वो बजरंगबलि को मानते हैं,इसलिए वो बागेश्वर धाम में प्रदेश की सुख शांति के कामना के लिए आए थे। पर भाजपा आसानी से इस मामले पे कांग्रेस का पीछा छोड़ने वाली नही है।पार्टी के अंदर से खबर है कि भाजपा बागेश्वर धाम पर कांग्रेस दल के नेताओं की टिप्पणीयों को ढूंढ ढूंढ कर सामने लाएगी ।उसका पूरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि जनता के समक्ष कांग्रेस के दोहरे चरित्र को सामने लाया जाए।जहां एक तरफ कमलनाथ खुद को बजरंगबली के भक्त साबित करने में लगे हैं,वही एक तरफ उन्ही के पार्टी के लोग बागेश्वर धाम सरकार और धीरेन्द्र शास्त्री पे उंगलिया उठाते दिख जाते हैं।
फिलहाल बागेश्वर धाम जाने को भी कमलनाथ के चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है,ताकि उनके पक्ष में हवा बनाई जा सके।माहौल फिलहाल रोचक है