जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानि Jayas इस बार अपने पत्ते खोलने के मूड में नही है। चुनावी साल में वो किसका साथ देगी ये अभी तय नही दिख रहा है। वही कांग्रेस ने दावा किया है कि जयस उसके साथ है।
Jayas का अकेले चुनाव लड़ने का इरादा,
जहां चुनावी समर में कांग्रेस जयस को अपने साथ करने के लिए हर हठकंडे आजमा रही है, वही Jayas ने कांग्रेस के साथ अभी किसी बातचीत से इंकार कर दिया है।
इस बार किसका साथ देगी Jayas
जिसप्रकार मध्यप्रदेश के चुनावी साल में सारे समीकरण उल्टे पड़ रहे हैं,ये देखना काफी रोचक होगा की जयस इस बार किस करवट ले रही है। वर्तमान में जयस के संरक्षक डाक्टर हीरालाल मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस से विधायक हैं।गसी वजह से कांग्रेस को लगता है कि जयस उसका साथ नही छोड़ने वाली।लेकिन मध्यप्रदेश के राजनीतिक गलियारों में धीमे शब्दों में ये सुगबुगाहट है कि जयस इस बार अकेले अपने दम पर चुनावी दंगल में उतरने का प्रयास जरूर करेगी।
कांग्रेस के प्रवक्ता का कहना है कि वो जयस के साथ इस साल का चुनाव लड़ने वाली है ,वही जयस के वर्तमान संरक्षक हीरालाल ने साफ कर दिया है कि उसका कांग्रेस या कमलनाथ के साथ इस प्रकार की कोई बातचीत नही हुई है।अतः इस प्रकार का कोई कयास लगाना बेमानी है। मध्यप्रदेश के घमासान में कांग्रेस की निगाहें आदिवासी क्षेत्रों के वोट में सेंध मारी की है,जिसमें जयस का साथ मिलना उसके लिए बहुत ही जरुरी है।अब देखा जाना दिलचस्प होगा कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएंगे क्या जयस की ना-ना हां में बदलेगी।