Congress नही चाहती ई बजट, नए बदलाव से है दिक्कत

 

मध्यप्रदेश का बजट सत्र शुरू हो चुका है । 1 मार्च को विधानसभा में बजट को पेश होना है । बजट पेश होने के पहले ही Congress को ई बजट पेश होने से दिक्कत होने लगी है । मध्यप्रदेश सरकार ने पहली बार विधानसभा में बजट को डीजिटल पेश करने जा रही है। इसके लिए वित्त मंत्रालय ने सभी 230 विधायकों को टैबलेट प्रदान किए है।

Rs 2.41 lakh crore budget presented in MP Assembly; no increase in taxes -  The Economic Times

Congress में ई बजट को लेकर दो राय

अभी इस डिजिटल बजट को पेश होने में एक दिन बचे है। जहां सरकार इसके लिए उत्साहित है, वही नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह इसका विरोध करने वाले हैं । नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि वो विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से निवेदन करने वाले हैं कि मप्र विधानसभा में एसटी, एससी, महिलाएं भी हैं, जिन्हे डिजिटल टेक्नोलॉजी का पता नही है। शिवराज सरकार जबरदस्ती बजट के पुराने तरीके से लिखित पेपर न देकर डिजिटल बजट देकर तानाशाही दिखा रही है। गोविन्द सिंह का साथ देते हुए
जबलपुर पश्चिम विधायक तरुण भनोत ने कहा टेबलेट से बजट पेश करके मध्यप्रदेश सरकार किस प्रकार का शक्तिवर्धक दवा जनता को देगी, ये कल पता चल जाएगा ।

हमेशा रोड़ा अटकाने का काम करती है कांग्रेस -भाजपा

मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- ओडिशा समेत देश की अधिकांश विधानसभाओं में ई-बजट कब से पेश हो रहा है। हमारे सारे विधायकों को भारी भरकम पेपर के बोझ की जगह एक आईपैड में ही सारी जानकारी मिल जाएगी। पेपर लेस होने से खर्च भी कम होगा। पहले विधायकों को मिलने वाली बजट की पेपर कॉपी इतनी ज्यादा भारी होती थी कि एक व्यक्ति उठा नहीं पाता था। अब इसे आसान करते हुए सरकार पेनड्राइव सबको उपलब्ध करा रही है ताकि सबको हार्ड कॉपी मिल जाए और बजट को आसानी से समझ सके। कांग्रेस को नवाचार से हमेशा दिक्कत होती है। वो अभी भी पुराने जमाने में अटकी हुई है । Congress पार्टी के कुछ विधायक इस बदलाव के समर्थन मे हैं यानी पेपरलेस बजट पर भी कांग्रेस में अलग अलग बाते बोली जा रही हैं ।

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जहां नेता प्रति पक्ष विधानसभा अध्यक्ष से विरोध करने जा रहे, वही विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम इस बदलाव के पक्ष में हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा की मध्यप्रदेश विधानसभा में पहली बार डिजिटल बजट आ रहा है। ये अपने आप में बड़ा बदलाव है। नए विज्ञान से जुड़कर हम आसानी से विषयवस्तु की जानकारी ले सकते हैं। जिन्हे ये समझ में नही आ रहा उन सबको ट्रेनिंग दिलाई जा रही है