MADHYA PRADESH: बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र शास्त्री खुल कर हिंदू धर्म और हिन्दू राष्ट्र की बात करते है।उनकी बात लोगों तक पहुंच भी रही है ऐसा लग रहा है। इसका उदाहरण देते हुए 220 ईसाई जो पहले मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण के शिकार हुए थे,वापस हिन्दू बन गए हैं।
चार बसों से भर कर आए 62 परिवार, खुद को हिंदू धर्म में वापस लेने की बात की
नौ कुंडीय महायज्ञ के आखरी दिन ये 220 लोग बसों से भर भर कर बागेश्वर धाम पहुंचे थे। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री से खुद को हिंदू धर्म में वापसी की मांग भी की।जिसको मानते हुए उन सब लोगों की हिंदू धर्म में घरवापसी कराई गई। धीरेन्द्र शास्त्री ने इन लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप भले ही मिशनरियों या अन्य लोगों के संपर्क में रहों,पर ऐसे किसी भ्रमित जाल में मत उलझना कि आप सनातनी नही हो।आप पर घरवापसी का कोई दबाव नही है।आप को जब इच्छा हो हिंदू धर्म आपके लिए द्वार खोले बैठा है।
घर वापसी कर आये लोगों ने सुनाई आपबीती,धोखा देकर ईसाई बनाया
MADHYA PRADESH: बागेश्वर धाम में सब को पीले गमछे और पीले चावल द्वारा दीक्षित कर घरवापसी कराने के बाद लोगों ने कहा कि उनपर किसी का दबाब नही है।वे स्वेच्छा से अपने असली धर्म में वापस आए हैं।उन्होने मिशनरियों के धोखे और छलबाजी का खुलासा करते हुए कहा कि हम में बहुत से लोग हैं जिन्हें बिमारी ठीक करने के नाम पर ,किसी को शादी कराने के नाम पर ईसाई बनाया गया था।घरवापसी किए एक नवयुवक ने कहा कि उसकी शादी ईसाई लड़की से करा दी गई थी,तब ईसाई बना दिया गया था।पर शादी के बाद लाख कोशिश करने के बावजूद वो लड़की उसके घर नही आई।
इन 62परिवारों ने बागेश्वर धाम का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज घर वापस लौट कर उन्हे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। बागेश्वर धाम में अब तक हजारों परिवार की घर वापसी करायी गई है,इस वजह से धीरेंद्र शास्त्री लगातार विरोधियों के निशाने पर हैं