गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव होना है. बीजेपी नेता अरविंद गिरी के निधन के बाद से खाली हुई सीट पर बीजेपी ने उनके बेटे अमन गिरी को मैदान में उतारा है. तो वहीं समाजवादी पार्टी से प्रत्याशि पुराने नेता विनय तिवारी है. लेकिन अब सवाल यह है कि क्या सपा प्रमुख अखिलेश यादव फिर से वहीं गलती दौहरान वाली है जो उन्होंने आजमगढ़ उपचुनाव के दौरान की थी.
आजमगढ़ में अखिलेश ने क्यों नहीं किया था चुनाव प्रचार..
दरअसल आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में इस बात की खास चर्चा रही की अखिलेश यादव वहां चुनाव प्रचार करने नहीं गए इस वजह से सपा को आजमगढ़ में बड़ा झटका लगा. जिसके चलते सपा की दो खास सीटों को उन्हे गवाना पड़ा. इतना ही नहीं खुद धमेंद्र यादव ने यह कहा था कि अगर अखिलेश आते तो शायद कुछ बात बन जाती. हालांक उनकी कछ मर्यादाएं है. और मैं नहीं चाहता था कि मेरे भाई की मर्यादा टूटे. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या अब उस चुनाव से सीख लेते हुए गोला गोकर्णनाथ सीट पर अखिलेश चुनाव प्रचार करने के लिए आएंगे.
स्टार प्रचारकों में अखिलेश का नाम सबसे आगे
जब सूची जारी की गई सपा के स्टार प्रचारकों की तो उसमें सबसे पहला नाम अखिलेश यादव का ही था. लेकिन संशय बरकरार है कि अखिलेश की पार्टी से प्रत्याशि विनय तिवारी है उन्हें भी इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि अखिलेश यादव आने वाले है या नहीं. उनका यह कहना है कि वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है इसलिए सूची में उनका नाम है.
हालांकि बीजेपी की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चुनाव प्रचार के लिए आना तय है.