UP में योगी का जलवा
UP में योगी(CM Yogi) सरकार में हुए बोहोत से गेर क़ानूनी धंधे बंद अब बारी है मुख्तार अंसारी की। कैसे उसके पास इतनी संपत्ति आयी और कौन कौन इसमें शामिल है। ऑपरेशन पैंथर, फिलहाल बांदा में जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की कई बेनामी संपत्तियों पर आयकर विभाग की पैनी नजर है। इन संपत्तियों को जब्त करने के लिए आयकर विभाग ने एक विशेष टीम गठित कर ऑपरेशन पैंथर लॉन्च किया है. इनकम टैक्स ने मुख्तार और उसके सहयोगियों से पूछताछ के बाद 23 संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई है। लखनऊ और ग़ाज़ीपुर में संपत्ति की जांच पूरी हो चुकी है।
बांदा में जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्तियों पर आयकर विभाग की पैनी नजर है। इन संपत्तियों को जब्त करने के लिए आयकर विभाग ने एक विशेष टीम गठित कर ऑपरेशन पैंथर लॉन्च किया है।
इनकम टैक्स ने मुख्तार और उसके सहयोगियों से पूछताछ के बाद 23 संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई है। लखनऊ और गाजीपुर समेत अन्य शहरों में संपत्तियों की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। एक-एक कर उन्हें पकड़ा जा रहा है। इस संबंध में दो और संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
अवैध कमाई में गणेश दत्त का नाम भी शामिल
आयकर विभाग के मुताबिक मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्तियां काली कमाई से खरीदी गई थीं। अब तक की जांच में रियल एस्टेट कारोबारी और मुख्तार के करीबी गणेश दत्त मिश्रा, उनकी पत्नी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम सामने आए हैं। उन्होंने आपस में जमीन की खरीद-फरोख्त की है।
मुख्तार की पत्नी अफशां के पास पूर्व में डालीबाग का प्लॉट था, जिसे आयकर विभाग ने ले लिया था। गणेश दत्त मिश्र ने नाम को प्रेरित किया। इसके बाद गणेश ने इसे मुख्तार की करीबी महिला रिश्तेदार के नाम कर दिया।
संग सामग्रियों की जांच चल रही है
इसी तरह, मुख्तार ने अपने अवैध पैसे से कई संपत्तियां खरीदीं और उन्हें गणेश के नाम पर स्थानांतरित कर दिया, जिसने बाद में उन्हें किसी और के नाम पर स्थानांतरित कर दिया। इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है। ऑपरेशन पैंथर के हिस्से के रूप में इन संपत्तियों की जांच में भाग लेने वाले व्यक्तियों के अनुसार, दो और संपत्तियां जब्त की गई हैं।