नाम था नौसाद लेकिन निकला हैवान, यूपी के बेटी से हुई दरिंदगी तो बाबा ने लिए ताबड़तोड़ एक्शन !

    यह घटना है यूपी के बलिया की. जहां नौसाद नाम के एक हैवान ने 13 साल की एक बच्ची के साथ हैवानियत करने की कोशिश की और जब वह अपने मनसूबों में सफल नहीं हो पाया तो बच्ची को दर्दनाक मौत देने से भी दरिंदे के हाथ नहीं कांपे. 14 अक्टूबर को 13 साल की नाबालिग मेला देखने जाती है लेकिन वापस नहीं लौटती. रातभर मासूम के पिता अपनी बेटी को ढ़ूढने के लिए दर-दर भटकते रहे लेकिन वह नहीं मिली. अगले दिन वह मासूम सड़क के किनारे से ऐसी हालत में बरामद होती है जिसे सुनकर आपका दिल दहल जाएगा. उसकी हालत को देखकर उसके पिता का कलेजा सहम जाता है. हाथ की दोनों नसे कटी हुई. पूरे बदन पर जख्म और नाखूनों से नौचने के निशान. आंखे चढ़ी हुई और चेहरा नीला पड़ा हुआ. सोचिए उस पिता के दिल पर क्या गुजरी होगी जब उसने अपनी न्नहीं सी जान को इस हालत में देखा होगा.

    योगी सरकार ने लिए ताबड़तोड़ एक्शन 

    कहते है ना भगवान के घर देर है अंधेर नहीं. क्योंकि यूपी की योगी सरकार और पुलिस ने इस पूरे मामले में जिस तरह से अपराधी के खिलाफ एक के बाद एक एक्शन लिए, उससे ना सिर्फ देश की बेटी को इंसाफ मिला बल्कि यह बात भी साफ हो गई की योगी सरकार के महिला सुरक्षा के वादे खौखले नहीं होते बल्कि समय आने पर ऐसे दरिंदो को उनके किए की सजा देने से योगी सरकार जरा भी पीछे नहीं हटती.

    बच्ची के साथ कैसी हुई दरिंदगी 

    बलिया के 13 साल की मासूम के साथ जो हुआ उससे पूरा देश सहम उठा है. लेकिन उस दिन आखिर हुआ क्या था आइए वो आपको बताते है. बलिया जिले के नगरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक बच्ची अपनी सहेली के साथ मेला घूमने गई. मेले में जाने के लिए वह बहुत खुश थी, पूरे मेले में घूमी, अलग-अलग झूले पर झूली लेकिन उसे नहीं पता था कि उसकी जिंदगी और ये खुशी जो वो महसूस कर रही है वह कुछ ही पलों की बची है. मेले से जैसे ही वो बाहर निकली तो बाहर उसका इंतजार कर रहा था इंसानी शक्ल में एक वैहशी दरिंदा. वह उस मासूम को बहला फूसलाकर अपने चंगूल में ले गया. उस छोटी-सी जान ने भी दरिंदे पर आंख बंद करके विश्वास कर लिया. करती भी क्यों ना क्योंकि वह शख्स और कोई नहीं बल्कि उसके घर पर आने-जाने वाला वह इंसान था. जिसका नाम तो नौसाद था लेकिन उसके पिता अपनी आंखो पर विश्वास की पट्टी बांधकर उसे बेटा बेटा कहकर पुकारते थे. उसके पिता को क्या पता था कि जिस नौशाद को वह अपना मान रहे है वह उनकी मासूम सी फूल को उनसे छीनकर हमेशा के लिए दूर कर देगा.

    मासूम ने लड़ी जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई 

    अधमरी हालत में जब बच्ची सड़क के किनारे मिली तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन कई दिनों तक जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ने के बाद आखिर में बच्ची ने दम तोड़ दिया. लेकिन पिता की गुहार लगातार जारी रही. वह चाहते थे कि उसकी फूल सी बेटी को जिसने ऐसा दर्द दिया उसे ना सिर्फ सजा मिले बल्कि उसे नर्क में जगह दी जाए. देश की बेटी के साथ हुई दरिंदगी और पिता का दर्द देखकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और प्रशासन भी एक्शन मोड पर आ गए. योगी सरकार के हाथों में दरिंदे को नर्क में भेजना तो नहीं था लेकिन योगी के प्रशासन ने कुछ ऐसा किया जिससे नौशाद को अपनी इसी जिंदगी में ही नर्क का अहसास हो गया. और नौशाद ने कबूल किया कि उसने मासूम के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की थी लेकिन जब वह अपने घिनौने इरादों में कामयाब नहीं हो पाया तो उसने बच्ची को मौत के घाट उतारने के लिए उसकी हाथों की नसों को काटा और जितना हो सकता था उसे अधमरा कर दिया.

    योगी सरकार के महिला सुरक्षा के दांवे 

    यूपी में महिला सुरक्षा को लेकर हर वक्त एक्शन मोड में रहनी वाली सरकार के एक के बाद एक ताबड़तोड़ एक्शन देखने को मिले. नौशाद की गिरफ्तारी के लिए तुरंत पुलिस का एक जत्था नौशाद के पीछे लग गया. फरार होने की फिराक में घूम रहे नौशाद को जब इस बात की भनक लगी तो उसने पुलिस पर फायरिंग की लेकिन हर खतरे को पार करते हुए आखिरकार दरिंदे को मुठभेड़ के बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. इस मुठभेड़ नौशाद के पेर में गोली लगी और वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया.

    पिता ने ऐसे बयां किया दर्द..

    इस पूरे मामले में जब बच्ची के पिता से बात की गई तो उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि मैने मेरी बेटी की आंखो में मौत का खौफ देखा था. लेकिन यूपी की पुलिस ने इस मामले में काफी मदद की है. पिता का यह भी कहना था कि उन्हें यकीन है कि योगी बाबा की सरकार में अपराधी को जल्द से जल्द सजा मिलेगी. हालांकि पिता के इस बयान के बाद यह बात तो साफ हो गई की देश की बेटी के साथ अगर किसी ने दरिंदगी की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. कई बार सीएम योगी भी मंचो से कहते हुए सुने गए है कि अपराधियों को इस प्रदेश में जीना हराम कर देंगे. बस इन्हीं दावों को बरकरार रखते हुए प्रशासन ने इस केस पर ताबड़तोड़ एकशन लिए. हालांकि उस पिता का दर्द का तो कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता लेकिन अपराधी पर कार्यवाही होती देखकर उनके कलेजे को ठंड़क जरूर मिलेगी.