SCSS: रिटायरमेंट के बाद भी अच्छी बीतेगी जिंदगी, इस स्कीम में निवेश करें और बुढ़ापे में पैसों की चिंता से हो जाएं टेंशन फ्री

    SCSS: रिटायरमेंट के बाद इस योजना से करें पैसों का इंतजाम

    SCSS: रिटायरमेंट के बाद भी इनकम के सोर्स पर असर नहीं पड़े इसके लिए कई तरह की पेंशन योजनाएं हैं, जिसमें इन्वेस्ट कर के काफी अच्छा और बेहतर रिटर्न पाया जा सकता है।

    अपने जीवन की दूसरी पारी को आराम से गुजारने के लिए हर कोई एक ऐसा इन्वेस्टमेंट करना चाहता है, जिसमें एक निश्चित रकम तो वापस मिले और इसके साथ सबसे ज्यादा ब्याज भी मिले। ऐसे में पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग के सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक अच्छा जरिया है।

    Earn 8.6% returns without risk in Senior Citizen Saving Scheme

    आखिर क्या होता है सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम (SCSS)

    भारत देश में बड़े पैमाने पर बहुत से लोग वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में इन्वेस्ट रहे हैं। खासतौर पर इस स्कीम की शुरुआत ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए की गई है, जिसमें 60 या उससे अधिक उम्र का कोई भी वरिष्ठ नागरिक अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकता है।

    अगर हम आज के समय की बात करे तो इस स्कीम में 7.4 प्रतिशत का इंटरेस्ट रेट मिल रहा है, जो कि बैंक एफडी पर मिलने वाली ब्याज दर से भी ज्यादा है और फायदेमंद है। इस योजना में आपको इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट भी मिलती है।

    इस स्कीम में कम से कम 1 हजार रुपये से इन्वेस्टमेंट शुरू कि जा सकती है। वहीं ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। इस योजना के तहत आपको बंपर रिटर्न के साथ दूसरे बेनिफिट्स भी मिलते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको इस योजना से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें बताने जा रहे हैं।

    SCSS scheme: What is Senior Citizens' Savings Scheme? - The Economic Times

    कौन-से लोग खुलवा सकते हैं खाता

    आप देश के किसी भी ऑथॉरिज़ेड बैंक या डाकघर की शाखाओं में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना खाता खोल सकते हैं। एक वरिष्ठ नागरिक या केवल पति या पत्नी के साथ संयुक्त रूप से SCSS खाता खोल सकता है। यानी कि 60 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति इस बचत योजना में निवेश कर सकता है।

    हालांकि, एनआरआई और एचयूएफ इस योजना में इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिकों को समय से पहले अपने एससीएसएस खाते को बंद करने की भी सुविधा है। अगर आसान सब्दो में कहे तो:

    • 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग
    • 55-60 साल उम्र के रिटायर लोग, जिन्होंने वोलंटरी रिटायर्मेंट स्कीम (VRS) को चुना हो
    • रिटायर रक्षा कर्मी, जिनकी उम्र कम से कम 60 साल हो
    • रिटायरमेंट के फायदे उठाने के एक महीने के भीतर निवेश किया जाना चाहिए।

    इस वक़्त इन्वेस्ट करने से ज्यादा होंगे फायदे ,सीमित समय के लिए है लाभ

    वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के हिसाब से बढ़ी हुई ब्याज दर का फायदा अप्रैल से शुरू हो गया है और 30 जून, 2023 तक रहेगा। इन्वेस्टमेंट की बात करें तो इसमें 1,000 रुपये कम से कम है और ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है। हालांकि, इस लिमिट को बढ़ाकर 30 लाख रुपये किए जाने की बात की जा रही है।

    Deposit limit for Senior Citizen Savings Scheme increases to ₹30 lakh -  Hindustan Times

    वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में इन्वेस्ट करने के जाने क्या क्या है फायदे

    गारंटीड रिटर्न: चूंकि SCSS सरकार की बड़ी बचत योजना है, यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित और विश्वास कर के इन्वेस्ट करने वाले विकल्पों में से एक है।

    ज्यादा ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष की दर से इंटरेस्ट देने के कारण एससीएसएस सबसे फायदेमंद इन्वेस्टमेंट ऑप्शन में से एक है।

    टैक्स लाभ: इनकम टैक्स की धारा 80 सी के हिसाब से Senior Citizen Saving Scheme में निवेश कर आप 1.5 लाख रु. सालाना टैक्स में छूट पा सकते हैं।

    सरल निवेश प्रक्रिया: SCSS में इन्वेस्ट करना काफी सरल है। आप भारत में किसी भी ऑथॉरिज़ेड बैंक या किसी भी डाकघर में SCSS अकाउंट खोल सकते हैं।

    तीसरे महीने भुगतान: ब्याज राशि का भुगतान त्रैमासिक (हर तीन महीनों में) में किया जाता है | ब्याज प्रत्येक अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी के पहले दिन जमा किया जाएगा।

    Senior Citizens Saving Scheme Interest Rate: What is the latest Senior  Citizens' Saving Scheme interest rate? - The Economic Times

    मेच्योरिटी पीरियड से पहले भी निकाल सकते हैं पैसे

    वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में मेच्योरिटी पीरियड से पहले पैसे निकालने की इज़्ज़ाजत है, लेकिन खाता खोलने और पैसे निकलने के बीच जो समय होता है उस समय के हिसाब से ऐसे मामलों में पेनालिटी लागू होती हैं।

    SCSS की पेनालिटी इस तरह है:
    • खाता खोलने की तारीख से 2 साल पूरा होने से पहले योजना बंद करने पर जमा राशि का 5% जुर्माना के रूप में काटा जाता है।
    • खाता खोलने के 2 से 5 साल के बीच योजना से बाहर निकलने पर। SCSS जमा राशि का 1% जुर्माने के रूप में काटा जाता है|
    इन्वेस्ट करने वाले व्यक्ति की मृत्यु के बाद लाभ किसको मिलेगा जाने क्या करना होगा

    खाता मेच्योर होने के पहले प्राथमिक खाता धारक की मृत्यु होने के बाद, खाता बंद कर दिया जाएगा और सभी मैच्योर इनकम नॉमिनी को ट्रान्सफर कर दी जाएगी। नॉमिनी को खाता बंद करने की सुविधा के लिए डेथ सर्टिफिकेट के साथ निर्धारित फ़ॉरमेट में लिखित एप्लीकेशन देना होगा।