राहुल की नज़र 2023 पर, MP विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है असर

    राहुल गांधी ने 15 नवंबर (बिरसा मुंडा जयंती) को सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था। इसमें कहा गया कि आज आदिवासियों को खदेड़ा जा रहा है। उनका सम्मान गायब हो रहा है। उनके सम्मान को फिर से वापस लाने की जरूरत है। इसके कुछ दिन बाद कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की पहले हिंदी भाषी राज्य मध्य प्रदेश में एंट्री हुई।

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    राहुल की नज़र 2023 पर

    राहुल गांधी ने 15 नवंबर (बिरसा मुंडा जयंती) को सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था। इसमें कहा गया कि आज आदिवासियों को खदेड़ा जा रहा है। उनका सम्मान गायब हो रहा है। उनके सम्मान को फिर से वापस लाने की जरूरत है। इसके कुछ दिन बाद कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की पहले हिंदी भाषी राज्य मध्य प्रदेश में एंट्री हुई।

    एमपी में ये यात्रा जिस रूट से गुजर रही है, वो आदिवासी बाहुल्य है। विधानसभा चुनाव के पिछले आंकड़े बताते हैं कि ये आदिवासी सीटें ही राज्य में सत्ता का निर्णय करती हैं। आदिवासियों के सम्मान के बहाने कांग्रेस अपने सम्मान को भी लौटाने की जुगत में है। कांग्रेस ने यात्रा के रूट में आने वाले जिलों और विधानसभा क्षेत्र के लिए स्थानीय चेहरों को जिम्मेदारी दी है। इस बहाने पार्टी आगामी चुनाव को लेकर इन्हें परख भी रही है।

    दक्षिण भारत में 2 हजार किलोमीटर का सफर पूरा करने के बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने 23 नवंबर को देश की हिंदी पट्‌टी में प्रवेश किया। बुरहानुपर से यात्रा की शुरुआत हुई। ये यात्रा प्रदेश के मालवा-निमाड़ के 6 जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजर रही है। मालवा-निमाड़ में 66 विधानसभा सीट हैं। पिछले 4 चुनाव का ट्रेंड बताता है कि मालवा-निमाड़ में जो पार्टी ज्यादा सीट जीतती है, उसकी सरकार बनती है। 2018 में यहां बीजेपी को 29 सीट मिली थी, जबकि कांग्रेस 34 सीट जीतकर 15 साल बाद सत्ता पर काबिज हुई थी। इससे पहले हुए तीन चुनावों में बीजेपी, कांग्रेस से ज्यादा सीट हासिल कर सत्ता में बनी रही। अगले चुनाव में कांग्रेस की कोशिश 35 सीट जीतने की है।