कादर खान एक दिग्गज कलाकार, शानदार कॉमेडियन और लिखने की कला में महारथी थे. उनका काम ऐसा था कि आज भी लोगों की जुबान पर उनके डायलॉग्स सुनने को मिल जाते हैं. कादर खान की अदाकारी के जलवे तो सभी ने देखें हैं, लेकिन अपनी बेहतरीन राइटिंग से उन्होंने सभी के दिल में अपनी खास जगह बनाई थी. एक्टर ने 300 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था. इंडस्ट्री में कादर खान का लंबा सफर रहा.
बचपन में पढ़ाई के दौरान कादर खान को मिमिक्री करने का भी शौक था. बेहद कम लोग जानते हैं कि बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम करने वाले दिग्गज कलाकार को उनके जीते-जी कोई अवॉर्ड नहीं मिला. उन्हें एक अवॉर्ड मिला भी तो उनके निधन के बाद. 2019 में कादर खान के निधन के बाद उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया.
आज 22 अक्टूबर को उनका जन्मदिन हैं. अदाकारी की दुनिया के दिग्गज कलाकार का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. 81 साल की उम्र में कादर खान ने कनाडा के अस्पताल में दम तोड़ दिया था. 31 दिसंबर 2018 को उनका निधन हुआ था. कादर खान के पिता अब्दुल रहमान, अफगानिस्तान के रहने वाले थे और उनकी मां इकबाल बेगम, ब्रिटिश इंडिया की थी. कादर खान के तीन बड़े भाई भी थे.
लेकिन अफसोस तीनों की ही 8 साल तक की उम्र में सबका निधन हो गया. अपने तीन बेटों की मौत देखने के बाद एक्टर की मां के मन में डर बैठ गया था कि कादर की भी मौत न हो जाए. जिसके चलते कादर खान को लेकर उनका परिवार भारत आ गया. भारत आकर एक्टर का पूरा परिवार मुंबई की एक बस्ती में जाकर रहने लगा था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कादर खान का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था. उनके हालात इतने खराब थे कि हफ्ते में वो महज तीन दिन ही खाना खा पाते थे. हालांकि कादर अपनी मां के बेहद करीब थे. घर में पैसों की भले ही कमी थी. लेकिन एक्टर की मां ने उनकी पढ़ाई बंद नहीं होने दी थी.