डाइवोर्स के नाम पर पुरुष उत्पीड़न के कई किस्से उच्च वर्ग में देखने को मिल रहे हैं। इसी बीच हाल में ही ट्विटर पर एक नया मामला सामने आया है जहाँ कथित रूप से एक पुलिस अधिकारी ही सवालो के घेरे में आ गया है जो कि आरोपी महिला को उगाही करने और पीड़ित पक्ष को प्रताड़ित करने में संलिप्त है। दरअसल नॉएडा के एक प्रसिद्धि उद्यमी सौरभ सिंह ने ट्विटर पर आठ थ्रेड वाले ट्वीट में अपने और अपने परिवार के साथ हो रही मानसिक प्रताड़नाओं की अपनी आपबीती सुनाई है
सौरभ सिंह का उनकी पत्नी ममता डागर के साथ तलाक का कोर्ट में केस चल रहा है, जहाँ पर उनकी पत्नी ने 85 लाख सालाना की माँग की है। जिससे एक बात तो साफ़ है ये सब मामला कही न कही सौरभ सिंह के पैसों से जुड़ा हुआ है। सौरभ सिंह ने अपने ट्वीट में बताया कि उनकी पत्नी ममता डागर द्वारा फ़र्ज़ी शिकायत पर नोएडा पुलिस में सेक्टर 113 थाने के उपनिरीक्षक उमेश त्यागी के द्वारा किए गए जबरदस्ती और गैरकानूनी हरकतों का वीडियो भी साझा किया है जिसमे साफ़ दिख रहा कैसे पुलिस उपनिरीक्षक उमेश त्यागी सौरभ सिंह के वृद्ध पिता के साथ बतमीज़ी कर रहे है.
तो वही दूसरी वीडियो में पुलिस उपनिरीक्षक उमेश त्यागी, सौरभ के नौकरों को धमका भी रहे है।
सौरभ ने अपने बयान में ये भी बताया कि उनके नौकर कोर्ट में चल रहे केस का गवाह है इसीलिए गवाहों का डराने धमकाने का कार्य उमेश त्यागी द्वारा किया जा रहा है। इलाके के सूत्रों का ये भी कहना है कि हाई प्रोफाइल और लाखों की उगाही से जुड़े इस मामले को देखते हुए उमेश त्यागी को दूसरे पक्ष से लाखो रुपये इस काम के लिए मिले है, हालांकि नुक्कड़ न्यूज़ ऐसी किसी भी खबरों की पुष्टि नहीं करता।
इससे पहले भी पुलिस उपनिरीक्षक उमेश त्यागी के पक्षपाती और गुंडागर्दी भरे रवैये से परेशान होकर सौरभ सिंह के पिता जी ने पुलिस कमिश्नर नॉएडा और डीजीपी उत्तरप्रदेश को ईमेल के द्वारा शिकायत दे चुके है, जिसके बाद उमेश त्यागी और तानाशाही भरे लहज़े से ये तक बोल गए कि तेरे बाप ने मेरी शिकायत डीजीपी से करकर भी क्या उखाड़ लिया।
Part-3
पहले भी उमेश त्यागी के पक्षपात पूर्ण रवैये से व्यथित होकर, मेरे बूढ़े माँ बाप ने पुलिस कमिश्नर नॉएडा को 29 मार्च और
DGP UP को 5 अप्रैल को लिखित शिकायत दे चुके हैं पुरे विवरण के साथनीचे ईमेल स्क्रीनशॉट देखें pic.twitter.com/K78d1G1zaB
— Saurabh Singh (@SaurabhSingh) May 22, 2023
अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सौरभ सिंह ने अपने घर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे जिसको उनकी पत्नी ममता डागर ने क्षतिग्रस्त कर दिया ताकि सौरभ सिंह और उनके परिवार पर ममता द्वारा की जा रही ओछी और कुत्षित हरकतें कैमरे में रिकॉर्ड न हो सके।
अपने नए ट्वीट के साथ साथ नुक्कड़ न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में सौरभ ने ये भी बताया कि उनको और उनके परिवार को जानबूझकर उकसाया जाता है लेकिन फिर भी वो लोग बहुत संयम के साथ कानून और न्यायलय के न्याय का ही इंतजार कर रहे हैं। सौरभ द्वारा प्रेषित एक अन्य वीडियो में उनकी पत्नी ममता डागर सौरभ के पिता और सौरभ के साथ अभद्रता करकर उनको उकसा रही है।
Part-11
देखिये कैसे पहले उकसाया जाता है फिर रोज़ नयी कहानी गड़ी जाती है
यह वीडियो ज़रूर देखें –खुद ज़बरदस्ती कमरे में घुसना, जब की 21 महीनो से अलग अलग कमरे में रह रहे हों और मुकदमा चल रहा हो,
खुद सीढ़ी से अपने आप जान बूझ कर गिरने की नौटंकी करना,
और फिर विक्टिम कार्ड खेलना pic.twitter.com/Nuhq05ccZQ— Saurabh Singh (@SaurabhSingh) May 27, 2023
हालांकि इससे पहले भी नॉएडा पुलिस में ममता डागर ने काफी शिकायतें की है जिसको पुलिस ने पूरी तरह से निराधार बताया था। आपको बता दें कि ममता डागर ने दिसम्बर-2021 में ही पति, ससुर एवं उन दिनों अपनी पुत्री के पास अमेरिका में रह रही सास के खिलाफ घरेलू हिंसा अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत न्यायालय में वाद दायर करने के बाद अपराध की अनेक धाराओं के अन्तर्गत पति, ससुर एवं सास के विरुद्ध FIR दर्ज कराये जाने के लिये दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 156(3) के तहत न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर दिया था जिसे न्यायालय ने शिकायत के रूप में दर्ज कर लिया है ।
पति के व्यावसायिक प्रतिद्वंदियों व पति के साथ दुश्मनी का भाव रखनेवालों के साथ साठगांठ करके उक्त ममता डागर ने सोशल मीडिया पर पति एवं सास-ससुर के खिलाफ मानहानिकारक पोस्ट की झड़ी लगाने के साथ साथ पति की कंपनी का व्यवसाय नष्ट करने के सारे हथकंडे आजमाना शुरू कर दिया, जो मानहानि की क्षतिपूर्ति के सिविल वाद (सं. 213/2022) में न्यायालय के द्वारा दि. 27.01.2022 के आदेश के माध्यम से मानहानिकारक सोशल मीडिया पोस्ट से निषेधित किये जाने के बावजूद जारी है और उसके विरुद्ध न्यायालय के अवमानना की नोटिस भी दि. 22.08.2022 को जारी हो चुकी है ।
मानहानि के आपराधिक मुकदमे (वाद सं. 52/2022) में साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने उक्त ममता डागर को दि. 07.05.2022 के आदेश के माध्यम से सम्मन किया है और वह वर्तमान में जमानत पर है । इसके अतिरिक्त कारोबारियों के भयादोहन का अवसर तलाश रहे तत्वों के साथ जुड़कर अपने पति की बदनामी में लगी है, जिस सम्बंध में योजित किये गये मानहानि के एक अन्य आपराधिक मुकदमे (वाद सं.-7027/2023) में भी साक्ष्यों पर गौर करके न्यायालय ने दि. 26.04.2023 के माध्यम से तीन अन्य लोगों के साथ उक्त ममता डागर को भी सम्मन किया है ।
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इसके अतिरिक्त मानहानि के एक अन्य आपराधिक मुकदमे (वाद सं.-7027/2023) में भी साक्ष्यों पर गौर करके न्यायालय ने दि. 26.04.2023 के माध्यम से तीन अन्य लोगों के साथ मेरी पत्नी को सम्मन किया है। pic.twitter.com/EsMIznuqPq
— Saurabh Singh (@SaurabhSingh) May 27, 2023
नुक्कड़ न्यूज़ में दिए गए अपने इंटरव्यू में सौरभ ने बताया कि सौरभ और ममता डागर की बातचीत 2017 अगस्त से फेसबुक के माध्यम से शुरू हुई, जो की शुरू शुरू में बहुत ही कम होती रही लेकिन कोविद के दौरान इनदोनो में ज्यादा बात चित होने के पश्चात 2020 के सितम्बर महीने में दोनों रिलेशनशिप में आये ।
ममता डागर की अनेकों व्हाट्सप्प चैट के माध्यम से यह पता चला की कैसे उसने उद्यमी सौरभ सिंह को फसाया है । जहाँ एक चैट पर उसने साफ़ लिखा है की “आप ऐसे हाँथ नहीं आ रहे अब तो मेनका बन के रिझाना पड़ेगा और आपकी सारी पूजा पाठ को भांग करना पड़ेगा” उन्ही चैट के माध्यम से यह भी दीखता है की किस तरह ममता डागर जबरदस्ती सौरभ सिंह के घर के नीचे आके बैठ जाती थी।
अक्टूबर-2020 में कभी उसकी कंपनी का CEO रहा उद्यमी सौरभ उससे विवाह के लिये राजी होने के साथ साथ स्वयं के संसाधन लगाकर युवती के द्वारा सुझाये गये Business Module के अनुसार उसके साझेदारी में एक कंपनी की स्थापना किया (SHAPEANDYOU) और ममता को बराबर की हिस्सेदारी के साथ कंपनी की CEO एवं Authorized Signatory भी बना दिया था ।
दोनों का विवाह दोनों परिवारों की रजामंदी से अप्रैल-2021 के अन्तिम हफ्ते में ग्रेटर नोएडा के एक होटल में कोरोना महामारी के दौर में प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दोनों परिवारों के महज 25 सदस्यों की उपस्थिति में, दिन के समय में, एक अत्यंत संछिप्त व सादे समारोह में संपन्न हुआ था, परन्तु वर के परिवार में एक दुखद घटना घट जाने के कारण वधू विदा होकर ससुराल में एक माह बाद मई-2021 के अन्तिम हफ्ते में, हर्षोल्लास के माहौल में आई थी ।
घर के एकलौते पुत्र की बहू को सास-ससुर ने परिवार में शामिल हुई दूसरी बेटी मानते हुए उसकी भावनाओं, सुख-सुविधा और दैनिक आवश्यकताओं के लिये दिन-प्रतिदिन पर्याप्त धन (Cash) मुहैया कराया और ससुर ने शीघ्र ही उसके नाम पर एक स्वास्थ्य बीमा पालिसी और पांच (05) जीवन बीमा पॉलिसियां खरीदने के साथ साथ अपने पुत्र (यानी युवती के पति) के नाम पर चल रही जीवन बीमा पॉलिसियों में मां के स्थान पर पत्नी को नामित करने की प्रक्रिया शुरू कर दिया था, लेकिन पति के द्वारा हर बात अपनी मां से किये जाने तथा उसके द्वारा उसकी सॉफ्टवेयर कंपनी में युवती को जिम्मेदारी का पद दिये जाने, उसकी BMW कार को युवती के छोटे भाइयों को दे देने और आर्थिक सुरक्षा के नाम पर नोएडा सेक्टर-72 में स्थित माता-पिता के स्वामित्व वाला वैवाहिक घर उसके नाम पर ट्रांसफर कर दिये जाने के सम्बंध में असमर्थता व्यक्त किये जाने पर दोनों के बीच एक डेढ़ माह के अन्दर ही रार शुरू हो गई थी ।
हालांकि अब मामला न्यायलय में है और आज सौरभ और उनका परिवार न्याय की उम्मीद में बैठा है, उन्हे इस बात की पीड़ा है कि उनके वृद्ध माता–पिता अपने ही घर में रोज प्रताड़ित किए जा रहे हैं परंतु उन्हें विश्वास है कि न्यायलय उनके पक्ष में फैसला सुनाएगा।