जानें क्या रहेगा खास
डबल इंजन सरकार की कल्याणकारी नीतियों से पोषित उत्तर प्रदेश का नोएडा जल्द ही परिवहन का एक नया सार्वजनिक मोड देखेगा। द उत्तर प्रदेश इंडेक्स के अनुसार, यमुना प्राधिकरण ने भारत की पहली Pod Taxi परियोजना की संशोधित डीपीआर और बोली दस्तावेज को मंजूरी दे दी है। उत्तर प्रदेश सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इस परियोजना का निर्माण शुरू होगा। 810 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही इस टैक्सी परियोजना की 2024-अंत तक पूरा होने की संभावना है।
Pod Taxi से जाम और प्रदुषण पर होगा नियंत्रण
उत्तर प्रदेश के नोएडा में जल्द ही भारत का पहला पॉड टैक्सी सेवा शुरू होने जा रहा है। यह सेवा दुनिया भर के कई देशों में पहले से ही चल रही है। पॉड टैक्सी एक विशेष प्रकार की सार्वजनिक परिवहन सेवा है, जिसमें लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक बिना ट्राफिक जाम और प्रदूषण के आसानी से पहुंच जाते हैं। इस सेवा को शुरू करने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण ने फ्रेंच कंपनी एफपीएस के साथ एक समझौता किया है। इस समझौते के तहत एफपीएस नोएडा में पॉड टैक्सी सेवा के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करेगी। पॉड टैक्सी सेवा का मुख्य फायदा यह है कि इसमें न केवल ट्रैफिक जाम से बचा जा सकता है, बल्कि इससे प्रदूषण की समस्या भी कम होगी। इसके अलावा इस सेवा का दाम भी बहुत ही कम होगा जिससे लोगों को एक आरामदायक और सस्ती सार्वजनिक परिवहन सेवा मिल सकेगी।
37000 यात्री हर दिन कर सकेंगे सफर
810 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही इस परियोजना में पॉड टैक्सी की मदद से नोएडा के जेवर एयरपोर्ट को फिल्म सिटी से जोड़ेगी। यही नहीं आपको बता दें की शुरुआती अनुमानों के अनुसार, लगभग 37,000 यात्री प्रति दिन पॉड टैक्सियों पर यात्रा करने में सक्षम होंगे, जिससे जाम के साथ साथ प्रदुषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।