Noida: बिल्डरों के प्रोजेक्ट में फंसे बायर्स के पैसे होंगे वापस! जिला प्रशासन ने दिए 101 कंपनियों पर कार्रवाई के आदेश

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ग्रेटर नोएडा (Noida) में खरीदारों को हक दिलाने के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है। बिल्डर प्रोजेक्ट में निवेश कर फंसे बायर्स के पैसे वापस करने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि रिकवरी सर्टिफिकेट (RC) की ओर से आदेश आने बाद लग रहा है कि बायर्स के पैसे वापस हो सकते हैं। जिला प्रशासन ने दादरी में बिल्डरों की संपत्ति नीलाम करनी भी शुरू कर दी है।

जिला प्रशासन को रेरा ने भेजा नोटिस

बताया जा रहा है कि बिल्डरों की संपत्ति जब्त करके उन्हें नीलाम किया जाएगा, इसकी शुरूआत मेगा सिटी सेंटर प्रा. लि. की प्रॉपर्टी से की गई। इसके बाद जिला प्रशासन बाकी के बिल्डरों की संपत्ति कुर्क करके आगे की कार्रवाई करेगा। पहले दिन की नीलामी के दौरान पहुंचे खरीदारों ने कहा कि संपत्ति काफी महंगी है। मामला ये है कि रेरा की ओर से जिला प्रशासन को बायर्स के फंसे पैसे के लिए रिकवरी सर्टिफिकेट भेजा गया था।

मेगा सिटी सेंटर कंपनी की संपत्ति हुई नीलाम

रिकवरी सर्टिफिकेट के तहत जिला प्रशासन ने सबसे पहले मेगा सिटी सेंटर प्रा. लि. को नोटिस भेजा। उसके कर्मचारियों से संपर्क साध कर बायर्स के पैसे वापस देने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद जिला प्रशासन ने कंपनी की नोएडा सेक्टर-18 में स्थित दुकानों को दादरी की तहसील टीम ने कुर्क कर लिया और इसकी नीलामी की प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी। दुकानों को बेचने के बाद जितने भी पैसे प्रशासन के पास आएंगे वह रेरा के माध्यम से सभी बायर्स को लौटा दिया जाएगा।

101 कंपनियों से 503 करोड़ की जमीन कुर्क करनी है

जिला प्रशासन को अभी भी 101 कंपनियों से करीब 503 करोड़ की जमीन कुर्क करनी है। इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए जिला प्रशासन ने तीन तहसीलों से 40 टीमें मैदान में उतार रखी है। बायर्स का सबसे ज्यादा पैसा खाने वाली मुख्य रूप से मेगा सिटी सेंटर प्रा. लि. है। इसके बाद लॉजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर है इस परा 38.57 करोड़ बकाया है। रुद्रा बिल्डटेक होम्स की 30.73 करोड़ का आरसी है और सुपरटेक टाउनशिप पर 26 करोड़ की रिकवरी सर्टिफिकेट से वसूली की जाएगी।