NOIDA में कूड़े के पहाड़ खड़े होते जा रहे हैं। कूड़े के निस्तारण पर अथॉरिटी असफल है। कूड़ा निस्तारण की रफ्तार अगर यही रही तो आने वाले दिनों में NOIDA के लोगों लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है।
सेक्टर-145 स्थित डंपिंग साइट पर लगा कूड़े का ढेर
NOIDA में पहाड़ जितने ऊंचे होते जा रहे कूड़े हैं कूड़े के ढेर। सेक्टर-145 स्थित डंपिंग साइट पर लगा कूड़े का ढेर ये हकीकत बयां कर रहा है। उत्तर प्रदेश के NOIDA से हर दिन जितना कूड़ा निकल रहा है, NOIDA अथॉरिटी उतना उसका समाधान नहीं कर पा रही है। इतना ज़्यादा कूड़े का निस्तारण ना कर पाना NOIDA अथॉरिटी के जनस्वास्थ्य विभाग पर भी सवाल खड़ा करता है।
सूखा और गीला कूड़ा एक में ही मिक्स होने पर बढती हैं मुश्किलें
एजेंसी को पिछली बार 18 महीने के लिए 20 करोड़ रुपये का भुगतान अथॉरिटी से करा गया था जिसमे एक महीने का खर्च एक करोड़ रुपये से अधिक का आया था। इतना ज्यादा पैसा देने के बाद भी समय से निवारण न करवा पाना कई सवाल खड़े कर रहा है। बड़ी मात्रा में डंपिंग साइट पर सूखा और गीला कूड़ा एक में मिला हुआ पहुंच रहा है। NOIDA में प्रतिदिन करीब 600 मीट्रिक टन गीला और 150 मीट्रिक टन सूखा कूड़ा निकलता है। सूखा और गीला कूड़ा एक में ही मिक्स होने पर उसके निस्तारण की मुश्किल बढ़ जाती है।