Noida-Expressway Traffic Rules:
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस (Noida-Expressway Traffic Rules) पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारों से छुटकारा पाने के लिए नोएडा प्राधिकरण सक्रिय हो गया है इसलिए वह नए उपाय की तलाश कर रहा है। खासकर जब पीक आवर्स होते हैं यानी सुबह और शाम को भारी ट्रैफिक जाम होते हैं। जिसके कारण लोगों को घंटों सड़क पर ही खड़ा होना पड़ता है। प्राधिकरण ने हजारों यात्रियों की विनति को स्वीकारते हुए इस पर गहन अध्ययन करने की बात कही है।
भीड़ को कम करने के लिए विचार कर रहा है प्राधिकरण
एक्सप्रेसवे के महत्व को समझते हुए प्राधिकरण भीड़भाड़ को कम करने के लिए व्याहवहारिक समाधान खोजने के लिए विशेषज्ञ एजेंसी को नियुक्त करने के लिए इस पर विचार कर रहा है। अब इसको तमाम हिस्सों में करके अध्ययन किया जाएगा। जैसे महामाया फ्लाईओवर से कालिंदी कुज और महामाया फ्लाई से डीएनडी या मयूर विहार तक भारी ट्रैफिक देखा गया है।
यमुना नदी किनारे पर बनेगा रिंग रोड!
आपको बता दें कि प्राधिकरण पहले से ही रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा को यातायात मामलों के लिए एडवाइजर के रूप में नियुक्त कर चुका है। सर्वेक्षण और रिपोर्ट के लिए मांगी गई 3.8 करोड़ के प्रस्ताव को पहले अस्वीकार कर दिया गया था। अब प्राधिकरण एक नई एजेंसी की तलाश कर रहा है जो कम दाम में इस कार्य को पूरा कर सके। अब इंजीनियरों द्वारा एक प्रस्ताव दिया गया है। जिसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के ऊपर एलिवेटेड रोड का निर्माण करना पड़ेगा। इसके साथ ही यमुना नदी के किनारे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच नया लिंक रोड बनाना होगा।
स्थानीय लोगों ने जल्द समस्या सुलझाने की विनती की है
यमुना तटबंध सड़क पर करीब 11 किलोमीटर का कार्य पूरा होने के बाद जनता को सौंप दिया गया है। लेकिन अभी भी 15 किलोमीटर का हिस्सा अधूरा है। इस एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 150,000 से वाहन चलते हैं, लेकिन अब यातायात बढ़ने की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि कई संस्थागत परियोजना और औद्योग एक्सप्रेसवे के साथ शुरू हो रहा है। इसी समस्याओं को देखते हुए स्थानीय लोगों ने नोएडा प्राधिकरण से विनती करते हुए इस समस्या को जल्द सुलझाने की बात कही है।