Noida
नोएडा (Noida) की सीईओ रितु माहेश्वरी इस समय एक्टिव मोड में है, उन्होंने नोएडा के सभी नालों की सफाई के लिए 10 दिनों तक विशेष अभियान चलाने की बात कही है। जिन ठेकेदारों को नाले की सफाई का जिम्मा सौंपा गया है। अगर उन्होंने समय पर ठीक से सफाई नहीं की तो उनको ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। नालों की सफाई को लेकर सीईओ ठेकेदारों से काफी नाराज हैं।
इन सेक्टरों में नाले बाधित
जनस्वास्थ्य विभाग की रिव्यू मीटिंग के दौरान सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि नोएडा सेक्टर 29, 35, 37 और 93 में कम्पोस्ट प्लांट अक्रियाशील है। उन्हें आने वाले सात दिनों में जल्द शुरू किया जाएगा, नहीं तो वैंडर को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। मैन रास्तों की सफाई के लिए चयनित नई मैकेनिकल स्वीपिंग को दो शिफ्ट में रहकर काम को करवाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि काम में लापरवाही करने वाले कर्मचारी और ठेकेदारों पर अनियमितता पाए जाने पर एक्शन लिया जाएगा।
बारिश में नाले ओवरफ्लो होते हैं
नालों को लेकर रितु माहेश्वरी ने कहा कि वाटर प्लस के सर्वेक्षण को देखते हुए संचालन और सीवेज के ओवरफ्लो होने की शिकायत का जल्द निवारण किया जाए। ताकि लोगों को ज्यादा परेशानी ना हो। नाले तब ज्यादा समस्या खड़ी करते हैं, जब बारिश काफी मात्रा में हो जाती हैं। ऐसे में नाले का पानी सारा रोड पर आ जाता है और आम लोग काफी परेशान होते हैं। इसी समस्या को देखते हुए रितु माहेश्वरी ने नाले की प्रॉब्लम का जल्द सॉल्यूशन करने की बात कही है।
नाले के ऊपर मेन होल का भी जल्द हल
नाले के साथ ही उन पर ढकने वाले मेन होल का कार्य भी 10 दिनों में पूरा किया जाना है। वहीं, दूसरी ओर सेक्टर-15 मेट्रो स्टेशन के नीचे अधिक वर्षा होने के कारण नाले फुल हो जाते हैं और सारा पानी सड़कों पर आ जाता है। अब इस समस्या के निवारण के लिए दो शिफ्ट में सफाई कर्मचारियों के काम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अतिक्रमण को भी हटाने के लिए कहा गया है। वहीं, क्यूआरटी संचालित नहीं करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ भी जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।