Greater Noida West
Greater Noida West: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ग्रेनो वेस्ट फ्लैट के खरीदारों ने रविवार को एक मूर्ति गोल चक्कर पर प्रदेश सरकार का जमकर विरोध प्रर्दशन किया। लोगों ने सरकार को जगाने के लिए थाली बजाई और नारे लगाकर जगाने की कोशिश की। खरीदारों ने कहा कि थाली बजाओ, सरकार जगाओ… रजिस्ट्री कराओ और घर दिलाओ के नारों के साथ सरकार खिलाफ के विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, खरीदारों ने साफ कहा है कि जब तक फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं मिलेगी तब तक वह इस प्रदर्शन को खत्म करने वाले नहीं है।
पिछले 28 हफ्तों से चल रहा है प्रदर्शन
बीते 28 हफ्तों से धरना प्रदर्शन कर लोगों ने कहा कि सरकार और नोएडा अथॉरिटी सक्रिय रूप से काम नहीं कर रही है। जब रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती है। तब तक इस प्रदर्शन पर रोक नहीं लगाने वाले हैं। ग्रेनो फ्लैट के खरीदारों कब से रजिस्ट्री करने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन बिल्डर्स ने अभी तक उनको रजिस्ट्री कराकर नहीं दी है। बताया जा रहा है कि बायर्स बीते कुछ सालों से बिल्डर्स और अथॉरिटी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
ये भी पढ़ें- UP NEWS: बलिया में हीट वेव बरपा रही कहर, एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम पहुंची बलिया, 2 दिन में 34 लोगों की गई जान
लोगों ने कहा- धरने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं बचा
प्रदर्शन कर रहे बायर्स ने कहा कि रजिस्ट्री नहीं होने पर वह मालिकाना हक नहीं ले पा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने इसके लिए आश्वासन दिया था। लेकिन अब उनकी ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में अब धरना-प्रदर्शन करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। रविवार को थाली बजाकर सरकार को जाने वाले लोगों में नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार, राजकुमार, दीपांकर कुमार, श्वेता भारती, रंजना भारद्वाज, चंदन सिन्हा, पुरुषोत्तम कुमार, समीर भारद्वाज समेत कई लोगों शामिल थे।
बायर्स ने बिल्डर्स के साथ की बैठक
बता दें कि ग्रेनो वेस्ट की इको विलेज वन के निवासियों ने रविवार को पहले बिल्डर्स के साथ मीटिंग की और अपनी सभी समस्याओं को उनके सामने रखा। आंदोलनाकारियों ने कहा कि प्रोटेस्ट के बाद पहली बार बिल्डर ने उनके साथ बैठक की है। जिसमें बिल्डर ने कहा कि पैसा आने पर इस कार्य को भी आगे बढ़ाया जाएगा। बिल्डर ने बिजली से जुड़ी समस्या का समाधान करने की बात कही।
ये भी पढ़ें- BAGESHWAR DHAM: नहीं खुला बाबा का दरवाजा… धीरेंद्र शास्त्री से बिना मुलाकात के बागेश्वर धाम से लौटी शिवरंजनी