Greater Noida West Metro Route
ग्रेटर नॉएडा से दिल्ली के लिए रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं. ऐसे में लगभग एक साल के बाद भी आये दिन Greater Noida West Metro Route का मुद्दा तूल पकड़ता दिखाई देता है. इस दौरान भीषण गर्मी से त्रस्त यात्रियों ने एक बार फिर नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से इस मामले को लेकर नाराजगी जताई है.
यात्रियों को इस भीषण गर्मीं में घंटों करना पड़ रहा इंतज़ार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 2.5 लाख क्षेत्र है. इसमें से एक बड़ा जत्था नौकरी के सिलसिले में आएदिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट से दिल्ली से अप डाउन करता है. ऐसे में क्षेत्र में मेट्रो की सुविधा न होने के कारण लोग प्राइवेट वाहनों पर अधिक जोर दे रहे हैं जिसके कारन इलाकों में लगने वाले जाम की अवधि बढ़ कर दो ढाई घंटे जा पहुंची है. एक तरफ भीषण गर्मी और दूसरी तरफ रोजाना घंटो जाम में फंसे रहने के कारण न केवल उनके काम में अव्यस्थाता आ रही है बल्कि प्राइवेट वाहनों पर जोर देने के कारण इलाके के प्रदूषण ने भी टूल पकड़ रखा है. हैरत की बात तो यह है की साल 2022 में ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो रूट को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने हरी झंडी दे दी थी, उसके बाद भी आज तक इस इलाके में मेट्रो नहीं पहुँच सकी है.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना का कहां फंसा है पेंच
एक लम्बे समय से ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो का इंतज़ार कर रहे यात्रियों को बीते महीने तगड़ा झटका लगा था. दरअसल बीते महीने आयी एक खबर में केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय ने इस परियोजना पर बोलते हुए कहा था की सेक्टर 51 और सेक्टर 52 के मेट्रो स्टेशन की कनेक्टिविटी में बरती गई लापरवाही के कारण इसे अभी तक मंजूरी नहीं दी गयी है. आगे बोलते हुए उन्होंने बताया था की दोनों लाइनों के बीच आवाजाही आसान बनाने के बेहतर विकल्प पर काम किया जा रहा है जिसके तहत नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की टीम एक बेहतर रुट तलाशने में जुटी है और रुट मिलते ही इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
2 चरणों में पूरी होगी ये परियोजना
अगर बात करें नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा मंजूर किये गए ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट की तो बता दें की इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें इस पैच की लंबाई कुल 14.958 किलोमीटर की होगी। एनएमआरसी के प्रस्तावित रूट के अनुसार पहले चरण में 5 स्टेशन बनेंगे जिसमें ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 2 तक मेट्रो को संचालित किया जाएगा. इसके बाद दुसरे चरण में 4 और स्टेशनों का निर्माण होगा जिसमें मेट्रो को नॉलेज पार्क-5 तक पहुँचाया जाएगा।