अंतर्राष्ट्रीय कला मेला
दक्षिण दिल्ली के सूरजकुंड में 3 फरवरी, शुक्रवार से अंतर्राष्ट्रीय कला मेले का 36वां संस्करण आयोजित हो रहा है। यह मेला देश-विदेश के विभिन्न सांस्कृतिक और कलात्मक रंगों को प्रदर्शित करता है। 1987 में शुरू हुए इस मेले का उद्घाटन शाम को 4 बजे उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाला के साथ केंद्रीय भारी उद्योग और ऊर्जा मंत्री करेंगे।
सेवा सहकारी संगठन लेगा इस मेले में भाग
सहभागी देश थीम में सेवा सहकारी संगठन (एससीओ) भाग लेगा, जबकि थीम स्टेट का प्रतिनिधित्व अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा राज्यों के कारीगर करेंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविंद सिंह ने जागरण को बताया कि 25 से अधिक देश एससीओ से जुड़े हुए हैं जिनमें कजाकिस्तान, चीन, रूस, उज्बेकिस्तान, अजरबैजान, आर्मेनिया, तुर्की, कंबोडिया, यूएई, श्रीलंका, सऊदी अरब और कतर शामिल हैं। मेला (उत्सव) में 40 देशों और विभिन्न राज्यों के 1100 से अधिक कारीगर शामिल होंगे,इस मेले को 3 से 19 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा।
नहीं लेगा पकिस्तान हिस्सा
पहले खबर थी कि पाकिस्तान शिल्प मेले में हिस्सा ले रहा है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि पड़ोसी देश के कारीगर हिस्सा नहीं ले रहे हैं. इसमें भाग लेने वाले कारीगरों के लिए मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। इस वर्ष मेले का विशेष आकर्षण मेजबान हरियाणा का “अपना घर” है, जो पूरी तरह तैयार है।
मेले के नए डिजाइन में अपना घर में बदलाव होगा, इस बार अपना घर को मुख्य चौपाल के ठीक सामने दो मंजिला बनाया गया है । यह स्थल हरियाणा की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेगा, साथ ही विभिन्न राज्यों के विभिन्न प्रकार के व्यंजन पेश करेगा।
मेले तक पहुँचने के मार्ग
सूरजकुंड मेला कई मार्गों से पहुँचा जा सकता है। दिल्ली से आने वाले पर्यटक दक्षिणी दिल्ली में शूटिंग रेंज और प्रह्लादपुर रोड ले सकते हैं। फरीदाबाद में रहने वाले लोग सेक्टर-45 रोड और अन्य सड़कों में एनएचपीसी अंडरपास के माध्यम से पूर्वी दिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग के माध्यम से मेले में आ सकते हैं। गुड़गांव के आगंतुक मिलिट्री कॉलोनी होते हुए पाली क्रशर चेकपॉइंट से बाएं मुड़कर या पाली मोड़ से होते हुए पाली क्रशर चेकपॉइंट से दाएं मुड़कर सूरजकुंड मेले तक पहुंच सकते हैं।
मालिनी अवस्थी और मीका सिंह से सजेगी संध्या
मेले का मुख्य मंच जहां सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित की जाएँगी । 5 फरवरी को पद्मश्री मालिनी अवस्थी और 8 फरवरी को मीका सिंह का सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा एवं इस मंच पर देश के प्रसिद्ध लोक और शास्त्रीय संगीतकारों द्वारा विभिन्न तिथियों पर प्रस्तुतियां की जाएँगी ।