केंद्रीय मंत्री Amit Shah ने वामपंथी उग्रवाद को लेकर बुलाई बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit Shah) ने आज राजधानी दिल्ली(Delhi) में वामपंथी उग्रवाद पर समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे, अर्जुन मुंडा और देवुसिंह चौहान भी शमिल हुए.

इन राज्यों के सीएम हुए शामिल
वामपंथी उग्रवाद को लेकर आयोजित की गई इस बैठक में नक्सल प्रभावित राज्यों के CM जैसे आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साथ गृह सचिव अजय भाला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और एनआईए, एसएसबी, बीआरएस, सीआरपीएफ और एनएसएफ भी मौजूद रहे. निश्चित अंतराल पर होने वाली इस बैठक का उद्देश्य वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करना है।
मोदी सरकार ने नक्सल उग्रवाद को दी है करारी चोट
वामपंथी उग्रवाद देश में कई दशकों से एक महत्वपूर्ण सुरक्षा चुनौती रहा है जिसको मद्देनज़र रखते हुए 2014 से ही मोदी सरकार ने इन उग्रवादियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी थी. गृह मंत्रालय ने वामपंथी उग्रवाद के खतरे से निपटने के लिए साल 2015 से एक ‘राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना’ पर काम करना शुरू कर दिया था जिसके परिणाम स्वरुप नक्सली घटनाओं में काफी गिरावट आई है। दरअसल पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का मानना है कि जब तक देश वामपंथी उग्रवाद की समस्या से पूरी से खत्म नहीं हो जाती, तब तक देश और इससे प्रभावित राज्यों का पूर्ण विकास संभव नहीं है।