“गुरूणां चैव सर्वेषां माता परमेको गुरूः” यानि मां सभी गुरूओं में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है. मां एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर ममता का एहसास होता है. मां वह होती है जो अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देकर बेहतर इंसान बनाती है. उन्हें सही और गलत का ज्ञान देती है. लेकिन दिल्ली के त्रिलोकपुरी से एक मां ने अपने बेटे के साथ मिलकर कुछ ऐसा कर दिया जिसे सुनकर आपकी भी रूह कांप जाएगी.
श्रद्धा मर्डर केस के बाद अंजन दास नाम के व्यक्ति की बेरहमी से हत्या कर उसके शव के टुकड़े करने का मामला सामने आया है लेकिन इसमें जो चौकाने वाली बात है वो ये है कि इस मां ने अपने बेटे के साथ मिलकर जिस व्यक्ति के खून में अपने हाथ रंगे वो कोई और नहीं बल्कि उसी का अपना पति था. दरअसल त्रिलोकपुरी में रहने वाले इस मां और बेटे का खुलासा तब हुआ जब वो दोनों सीसीटीवी में शव के टुकड़े फेंकते हुए कैद हो गए. 28 नवंबर को जब इन्हें गिरफ्तार किया गया तो पुलिस की पूछताछ में इन्होंने बताया कि अंजन दास को शराब पीने की लत थी.
वह बहुत सालों से शराब पीकर घर में कलेश करता था और अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था. इतना ही नहीं उसकी पत्नी को अंजन दास पर शक भी था कि उसके पति का बाहर कई औरतों के साथ अवैध संबंध है. बस इन्हीं सब बातों से परेशान होकर अंजन दास की पत्नी ने अपने ही पति की हत्या की साजिश रची और इस साजिश में उसने अपने बेटे को भी शामिल किया. अंजन दास की पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने बड़ी ही बेरहमी से पहले तो अंजन की हत्या की और बाद में उसके शव के कई टुकड़े करके उसे फ्रीज में रखा और कई दिनों तक उन्हें बाहर फेंकने जाते रहे. रिपोर्टस के मुताबिक यें जुर्म भी मई माह के आसपास हुआ जब आफताब ने श्रद्धा की हत्या को अंजाम दिया था.
फिलहाल इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में पुलिस जुटी हुई है और मां-बेटे दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. लेकिन इस तरह की घटना जब सामने आती है तो आप और हम ये सोचने पर मजबूर हो जाते है कि आखिर एक पत्नी अपने ही परिवार के लिए इतनी बेरहम कैसे हो सकती है और क्या अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए बस उसे यही एक रास्ता मिला कि वह अपने बेटे के हाथो को अपने ही पिता के खून में रंगवा दे