फ़र्ज़ी डॉक्टर से बचें
फ़र्ज़ी डॉक्टर अपनी दुकान चलने के लिए नहीं देख रहे दुसरो का हाल, ऐसे में छोटी से छोटी भी बीमारी बढ़ कर बन सकती है जान लेव। एक केस गाजियाबाद(Delhi NCR) से सामने आया है। गाजियाबाद(Ghaziabad News) जिले में एक मजदूर की मौत हो गई. मजदूर आकाश को पेट में परेशानी हो रही थी। इसके बाद उसका दोस्त उसे दवा लेने के लिए एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गया।
फर्जी इलाज के कारण एक युवा मजदूर आकाश की मौत हो गई। महरौली गांव में रहकर वह मजदूरी करता था। मंगलवार सुबह आकाश के पेट में दर्द हुआ तो उसका दोस्त प्रेमचंद उसे इलाज के लिए एक देशी झोलाछाप के पास ले गया। दवा लेने के बाद वह बेहोश हो गया। इसके बाद, उसके दोस्त उसे बेहोशी की हालत में संयुक्त अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
छोटे से दर्द से मौत तक पोहोच गया
महरौली गांव के पांडेपुर कॉलोनी में कुछ मजदूर रहते हैं। आकाश के साथ रहने वाले प्रेमचंद ने बताया कि घोसी में जन्मे जय गोविंद का 20 वर्षीय बेटा आकाश पांडे नगर में किराए का काम करता था। मंगलवार सुबह उसके पेट में दर्द होने लगा तो वह रोने लगा।
इसके बाद उसका दोस्त आकाश उसे इलाज कराने के लिए पड़ोसी डॉक्टर के पास ले गया। दवा लेने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें एंबुलेंस से संजय नगर स्थित संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। उस समय ड्यूटी पर मौजूद ईएमओ डॉ. राहुल ने उसे मृत प्रमाणित कर दिया।
सीएमएस डॉक्टर विनोद चंद्र पांडे के मुताबिक अस्पताल लाने से पहले ही मजदूर की मौत हो गई। इसकी सूचना मधुबन बापूधाम थाने को भेज दी गई है।
जांच के निर्देश
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि महरौली में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कर्मचारी की देखभाल और पूछताछ से संबंधित पूरी जानकारी मांगी गई है।
इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है
2 अगस्त को लोनी में झोलाछाप के इलाज से तीन साल के बच्चे निर्भय की मौत हो गई थी।
31 अगस्त – झोलाछाप डॉक्टर द्वारा जबरन प्रसव कराने से एक बच्चे की मौत हो गई और महिला का गर्भाशय फट गया।
2 मई 2022 – मुरादनगर के रोरी में झोलाछाप के इलाज से बुजुर्ग लक्ष्मीनारायण की मौत हो गई।
28 जून 2018 – खोड़ा में झोलाछाप के इलाज से 10 साल के बच्चे की मौत।