केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए
2023 के लिए संसद का विशेष सत्र(Parliament Special Session 2023 )आज से शुरू हो रहा है और पांच दिनों तक चलने वाला है। इस सत्र के दौरान, सरकार चार विधायक पेश करेगी, जैसा कि संसदीय बुलेटिन में बताया गया है। हालांकि, आशंका है कि विपक्ष एक बार फिर व्यवधान पैदा कर सकता है।
विपक्षी दाल का प्रहार
इस विशेष सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने नौ मुद्दों पर सरकार को घेरने का एजेंडा बनाया है। विपक्षी गठबंधन, I.N.D.I.A के नेताओं ने सरकार पर दबाव बनाने की दिशा में अपने दृष्टिकोण की रणनीति बनाने के लिए हाल ही में पूर्व कांग्रेस(Congress) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर एक बैठक की। इस संबंध में सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें इन नौ गंभीर चिंताओं को उजागर किया गया है।
सोनिया के पत्र में, उन्होंने मुद्रास्फीति, किसानों के लिए एमएसपी, अदानी विवाद, मणिपुर और हरियाणा की घटनाएं, जाति आधारित जनगणना, केंद्र और राज्य सरकारों के बीच संघर्ष, चीन सीमा पर तनाव और नुकसान जैसे मुद्दों को संबोधित किया है। बाढ़ के कारण राज्यों को नुकसान हुआ है।
महत्वपुर्ण चर्चा
ध्यान देने योग्य है कि पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में होगी, अगले दिन से गतिविधियां नए संसद भवन में स्थानांतरित हो जाएंगी। जैसे ही विशेष सत्र शुरू होगा, सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार और विपक्ष इन गंभीर मुद्दों पर कैसे बहस और चर्चा करेंगे। यह सत्र देश के विधायी एजेंडे और राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण क्षण होने की उम्मीद है। इस कहरचा के बेहेस में भोत सी बाते का चेन किया जाएगा, और एक दवाब भी बनता हुआ दिखाई पढ़ेग।