RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हो रही है इस शहर में, सनातन-हिन्दुत्व और लोकसभा चुनावों पर हो सकता है मंथन

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RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हो रही है इस शहर में

इन दिनों आगामी लोक सभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए देश की राजनीती तूल पकड़ती देखि जा रही है वहीं राष्ट्रीय सेवा संघ ने भी प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली अखिल भारतीय समन्वय बैठक के स्थान और समय का ऐलान कर दिया है. राजनीतिक विषेशज्ञों की मानें तो इस बार की समन्वय बैठक में सनातन-हिन्दुत्व और लोकसभा चुनावों पर भी मंथन हो सकता है ।

पुणे में आयोजित होगी तीन दिवसीय समन्वय बैठक 

हर वर्ष आयोजित होने वाली समन्वय बैठक का ये संस्करण पुणे में आयोजित किया जाएगा जिसकी जानकारी देते हुए आरएसएस ने एक्स पर ट्वीट किया। इस दौरान उन्होंने लिखा कि ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस वर्ष महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित होने जा रही है। तीन दिवसीय यह समन्वय बैठक 14-15-16 सितंबर 2023 को होगी। यह अखिल भारतीय स्तर की व्यापक समन्वय बैठक वर्ष में एक बार आयोजित होती है। इस बैठक में पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत, माननीय सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी पांचों सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।

बैठक में 36 संघ प्रेरित विविध संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होंगे। जिसमें प्रमुख संगठन राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ, संस्कार भारती, सेवा भारती, संस्कृत भारती, अखिल भारतीय साहित्य परिषद इस बैठक में सहभागिता करेंगे। ये संगठन और इनसे जुड़े पदाधिकारी समाज जीवन के विविध क्षेत्रों में सेवा, समर्पण और राष्ट्र भाव से सक्रिय रहते हैं।’

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राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों पर होगी चर्चा 

वहीं इस बैठक में होने वाली चर्चाओं के विषयों के बारे में बताते हुए लिखा कि “इस बैठक में सहभाग करने वाले सभी संगठन, सामाजिक जीवन के विविध पक्षों के अपने अनुभव और कार्यों के सन्दर्भ में विस्तृत चर्चा करेंगे। बैठक में वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य के साथ ही सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, सेवा कार्य, सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा। सामाजिक परिवर्तन के विभिन्न क्षेत्रों में करणीय कार्यों पर भी चर्चा होगी।”