पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की स्मृति में झांसी में भी संग्रहालय का निर्माण होगा, जिसमें बुंदेलखंड से जुड़ीं उनकी सभी यादें संजोई जाएंगी। संग्रहालय का निर्माण मुलायम सिंह के करीबी रहे सपा के पूर्व सांसद डा. चंद्रपाल सिंह यादव द्वारा कराया जाएगा।
मुलायम सिंह यादव ने बुंदेलखंड के विकास पर हमेशा ध्यान दिया।
बुंदेलखंड को समाजवादी पार्टी के प्रदेश के मजबूत गढ़ों में से एक माना जाता था। इसकी धुरी मुलायम सिंह यादव थे। मुख्यमंत्री बनने से पहले और बाद के दिनों में भी उनका बुंदेलखंड के सभी जनपदों में लगातार आना-जाना रहा। हालांकि, उन्होंने अलग बुंदेलखंड राज्य का कभी समर्थन नहीं किया, परंतु क्षेत्र के विकास पर हमेशा ध्यान दिया। पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर मुलायम सिंह ने बुंदेलखंड विकास निधि की शुरुआत की थी। इसके लिए उनकी सरकार ने पांच करोड़ के बजट का प्रावधान किया था। दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर 25 करोड़ और तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने पर 50 करोड़ रुपये दिए थे। जबकि, अब यह निधि बढ़कर 200 करोड़ पर पहुंच गई है। इसके अलावा भी उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाओं की सौगात दी थी। मुलायम सिंह द्वारा शुरू की गईं सभी योजनाओं को संग्रहालय के जरिए प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय का निर्माण मुलायम के करीबी और पार्टी के लंबे समय तक राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रहे पूर्व सांसद डा. चंद्रपाल सिंह यादव द्वारा स्वयं के खर्चे से गढ़मऊ रोड पर किया जाएगा।
मुलायम सिंह यादव ने हमेशा बुंदेलखंड के विकास को प्राथमिकता पर रखा। क्षेत्र के विकास की उन्होंने कई सौगातें दीं। इसी के चलते उनकी स्मृति में यहां संग्रहालय बनाया जाएगा। इसके लिए योजना तैयार की जाने लगी है।
– डा. चंद्रपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद