आजम खान की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में सियासत गरमाई हुई है. कहा जा रहा है कि आजम खान की कुर्सी जाने के बाद से बीजेपी के एक विधायक की कुर्सी भी खतरे में आ गई है. आजम खान की कार्यवाही के बाद राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को भाजपा के एक विधायक के लिए पत्र लिख दिया है. जिस पत्र के जरिये उन्होंने बीजेपी के विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
दरअसल 2022 विधानसभा चुनाव में रामपुर से विधायक चुने गए आजम खान की सदस्यता जाने के बाद विपक्षी दल बीजेपी पर हमला बोल रहा है. इसी मुद्दे को लेकर अब आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने 29 अक्टूबर को विधानसभा सत्र को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने भाजपा के एक विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग कर डाली है.
जयंत चौधरी ने पत्र में क्या लिखा ?
जयंत चौधरी ने अपने पत्र में लिखा कि महोदय, इस सन्दर्भ में आपका ध्यान में खतौली से भाजपा विधायक श्री विक्रम सैनी के प्रकरण की और आकृष्ट करना चाहूंगा. जिन्हें 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगो के लिए स्पेशल एम.पी.-एम.एल.ए. कोर्ट द्वारा 11 अक्टूबर 2022 को जन प्रतिनिधित्व कानून के तहत दो साल की सजा सुनाई गई है. उस प्रकरण में आपकी ओर से आज तक कोई पहलकदमी नहीं ली गई.
सवाल यह है कि क्या सत्ताधारी दल और विपक्ष के विधायक के लिए कानून की व्याख्या अलग-अलग तरीके से की जा सकती है. यह सवाल तब तक अस्तित्व में रहेगा, जब तक आप भाजपा विधायक श्री विक्रम सैनी के मामले में ऐसी पहलकदमी नहीं लेते. इस पत्र के बाद बीजेपी विधायक की खुर्सी खतरे में आ गई है हालांकि अब देखना यह होगा कि विधानसभा सत्र की ओर से इसका क्या जवाब आता है.