गुजरात में 2017 के चुनाव में तीसरे न. पे रहा था नोटा, आप के होने से इस बार त्रिकोणीय लड़ाई

    Table of Contents

    2017 का गुजरात चुनाव रहा है दिलचस्प 

    गुजरात में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कई दिलचस्प आंकड़ें हैं जो इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव को काफी दिलचस्प बनाएंगे। आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की वजह से इस बार गुजरात का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है। लोगों का मानना है कि इस तीनों पार्टियों में कांटे की टक्कर होगी।

    चित्र साभार: गूगल

    सभी पार्टियों ने कसी कमर 

    गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो गई है। 1 और 5 दिसबंर को राज्य में मतदान होगा और 8 दिसंबर को परिणाम आएंगे। सभी पार्टियां अब अपनी अपनी चुनावी गणित साधने में लग गई हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वोटों का क्या समीकरण रहा था इस पर सभी पार्टियों की नजर है। सभी पार्टियों ने अपने अपने तरीके से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है और वादों और भाषणबाजी का दौर शुरू हो गया है।

    इस बार गुजरात में आम आदमी पार्टी के चुनाव में दोनों राज्यों दिल्ली और पंजाब में पैठ बनाने की कोशिशों को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा उसे हल्के में नहीं लेंगी। सवाल है कि क्या ऐसे में गुजरात के लोग आप को एक विकल्प के तौर पर देख रहे हैं या नहीं।

    पिछले चुनाव में 1.84 प्रतिशत लोगों ने चुना था नोटा 

    गुजरात के पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात के 3 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 5.51 लाख यानी 1.84 प्रतिशत वोटरों ने नोटा को चुना था। हिमाचल प्रदेश में 37.84 लाख मतदाताओ में से 34,232 यानी 0.90% वोटरों ने ऐसा किया था।