जौहर यूनिवर्सिटी समाजवादी पार्टी के सासंद आजम खान का सपना है. जिसके लिए कहा गया कि सियासत की वजह से उसे सरकारी कौप का भाजन बनना पड़ा. जिसके लिए वक्त-वक्त पर कहा गया कि बेवजह तालीन के इस मक्के को कार्यवाही की जंजीर में जकड़ा गया. तो अब क्या वो तमाम जंजीरे को टूटने वाली है. क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर नजरें कलम करने वाले है. क्या अब खुद सीएम योगी जौहर यूनिर्विसटी को संवारने का काम करेंगे.
जौहर यूनिवर्सिटी के कुलपति ने सीएम योगी को लिखा पत्र
एक खत के जरिये जौहर यूनिवर्सिटी के मुद्दे को उठाया जा रहा है. ये खत लिखने वाले है जौहर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ. कुलपति आरिफ ने सीएम योगी को इस खत के जरिये जौहर यूनिवर्सिटी के सरोकार और समस्याओं से रूबरू कराया है. इतना ही नहीं सीएम योगी को जौहर यूनिवर्सिटी में आने का न्यौता भी दिया गया है. इतना ही नहीं इस खत में सीएम योगी की प्रशंसा भी की गई है और साथ ही पीएम मोदी की शिक्षा नीति का बखान किया गया है.
खत में कहा गया है कि रामपुर जिले में स्थित एक मात्र अलि जौहर यूनिवर्सिटी छात्र-छात्राओं के लिए एक शिक्षा का मंदिर है. इलाके के गरीब छात्र-छात्राओं के हाथों में कलम तभी आएगा जब प्रधानमंत्री की दूर-दृष्टि को साकार करते हुए भारत का विकास हो सके. वहीं कुलपति ने सीएम योगी से यूनिवर्सिटी पर तैनात पुलिस बल को हटाने की गुहार भी लगाई गई है. उन्होंने सीएम योगी को यूनिवर्सिटी में बने गंभीर हालातों को बताता हुए खत में लिखा है कि यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों और शिक्षकों को दीपावली जैसे धार्मिक त्यौहार पर भी दो महीने से वेतन नहीं मिल पाया है.