TMC नेता ने उड़ाया राष्ट्रपति का मज़ाक !

    पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस के लिए संविधान का कोई अर्थ नही है, यह एक बार फ़िर से साबित हो चुका है। वह कभी सीबीआई को रोक लेती है, कभी पीएम की बैठक का बहिष्कार करती है तो कभी केंद्र को सीधा चुनौती देकर भारतीय संघ को ललकारती है लेकिन अब तो उन्होंने हद्द पार कर दी है , अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्री अखिल गिरि ने , राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रंग को लेकर मजाक उड़ाया है। यह सिर्फ भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का ही अपमान नहीं है, ये एक महिला की गरिमा को भी ठेस पहुँचाना है।

    आपको बता दे, शहीद दिवस समारोह के मौके पर नंदीग्राम में एक भीड़ को संबोधित कर रहे थे, इस दौरान उन्होने देश के राष्ट्रपति पर अशोभनीय टिप्पणी की। इसके बाद बीजेपी सांसद सौमित्रा ख़ान ने महिला आयोग से इसकी शिकायत की है, और अखिल गिरी की गिरफ़्तारी की मांग की है।
    मामले को बढ़ता देख टीएमसी ने अब खुदको अखिल गिरी के बयान से अलग कर लिया है। इसके साथ कॉन्ग्रेस ने भी अखिल गिरी पर सवाल उठाए है हालाकि आपको बता दे इसकी शुरुआत खुद कांग्रेस पार्टी ने ही करी थी। बंगाल से कॉन्ग्रेस के ही नेता अधीर रंजन चौधरी ने द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर पद का अपमान किया था। वहीं, कॉन्ग्रेस के एक और नेता , उदित राज ने भी राष्ट्रपति पर ‘चापलूसी’ का आरोप लगाया था।
    दरअसल, जिस समारोह में लोगों को अखिल गिरी सम्बोधित कर रहे थे वहां पर टीएमसी से भाजपा में आए नेता सुवेंदु अधिकारी भी मौजुद थे, और अखिल गिरी ने उन्हें देखते हुए, उनके साथ साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पर भी टिप्पणी शुरु कर दी।


    अब आगे बताते है की आख़िर अखिल गिरी ने राष्ट्रपति पर क्या टिप्पणी की? गिरि ने कहा, “ सुवेंदु अधिकारी कहते हैं कि मैं सुंदर नहीं हूँ। वह कितने सुंदर हैं? हम लोगों को उनके रूप से नहीं आँकते। हम आपके राष्ट्रपति की कुर्सी का सम्मान करते हैं। आपके राष्ट्रपति कैसे दिखते हैं?”
    इस बयान से साफ़ पता चलता है कि टीएमसी के नेता ये तक भूल चूके है की देश के राष्ट्रपति की इज्ज़त कैसे की जाती है।
    एक भरी भीड़ में लोगों के सामने सार्वजनिक रूप से राष्ट्रपति के बारे में ऐसी टिप्पणी करना, उनके नेताओं का व्यवहार दिखाता है।
    टीएमसी की बात करे तो ममता दीदी जहां इस पार्टी का नेतृत्व करती है , वो खुद जहां देश के प्रधानमंत्री को मोदी को गुंडा और दंगाबाज बताती है , तो वही अब उनके नेता भी उनकी राह पर चलने लगें है और वो देश की राष्ट्रपति को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने लगे है।