मैं 6 घंटे आप सभी को देती हूं आप मेरे साथ जो करना चाहते है वह कर सकते है और मेरे साथ जो भी कुछ होगा उसकी जिम्मेदार मैं खुद होंगी. बस ये एक लाइन बोलकर बेलग्रेड, सर्बिया की मरीना अब्रामोविक परफॉर्मेंस की शुरूआत कर देती है और उसके बाद उनके साथ जो कुछ भी हुआ वह देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. यह कहानी है एक ऐसी महिला आर्टिस्ट की जिन्होंने इंसान की खराब और र्निदयी मानसिकता को दर्शाने के लिए एक अलग ही रास्ता अपनाया.
30 नवंबर 1946 में मरीना ने इटली में एक शो के दौरान खुदकर लोगों के हवाले कर दिया और फिर वे पुतला बनकर खड़ी हो गई उनके सामने एक टेबल पर 72 चीजें रखी हुई थी. परफॉर्मेंस होने के बाद पहले तो लोगों ने उन्हें गालियां देनी शुरू की लेकिन उसके बाद उन्हें ब्लेड से काटा गया, उन्हें कांटे चुबाए गए, उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए. 6 घंटे के टॉर्चर के बाद जब मरीना ने लोगों की तरफ देखा तो वह लोग उनसे नजरे तक नहीं मिला पा रहे थे.
मरीना से जब इस अनुभव के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगा जैसे उनका रेप हुआ है. वह उस अनुभव को दोबारा कभी महसूस नहीं करना चाहती. मरीना ने उस शो के माध्यम के यह दर्शाने की कोशिश की थी लोग कितने ज्यादा बेहम हो सकते है. अगर उनके सामने कोई इंसान हो जो लाचार हो या कमजोर हो तो इंसान उसे परेशान करने के लिए सभी हदें पार कर सकते हैं.