मध्यप्रदेश की हालत भी दिल्ली जैसी हो गयी है। प्रदूषण से पूरे MP का दम घुट रहा है। ग्वालियर, भोपाल सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर हैं। वहीं इंदौर, उज्जैन और जबलपुर भी प्रदूषण के शिकंजे में आ गए हैं।
ग्वालियर, भोपाल बने गैस चैम्बर
MP की हवा में अब ज़हर घुल रहा है। दिल्ली की तर्ज पर अब मध्यप्रदेश की हवा भी सांस लेने लायक नहीं बची है। कई शहरों में प्रदूषण ने नाक में दम कर रखा है। वाहनों और फैक्ट्रियों से निकलता धुआं स्मॉग हवा काे जहरीला बना रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालत ग्वालियर, भोपाल और सिंगरौली की है। यहां वायु प्रदूषण मापने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के निशान 300 के पार तक चला गया। इससे दमा और दिल संबंधी बीमारी वालों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।
शुक्रवार को ग्वालियर और भोपाल में दिन में एक बार हवा में प्रदूषण का स्तर 325 के पार पहुंच गया। सिंगरौली में भी AQI 300 के पार चला गया। भोपाल, ग्वालियर जैसे शहरों में रात 2 बजे के बाद AQI 400 के पार चला गया। इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में भी यह 150 के पार तक चला गया।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में पिछले 10 दिन से लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। ज्यादातर शहरों में पॉल्यूशन लेवल खतरे के निशान के आसपास रहा। अभी तक सबसे ज्यादा खराब हालत रात 1 बजे के बाद सुबह 5 बजे तक थी, लेकिन अब दोपहर तक भी प्रदूषण का लेवल ज्यादा रह रहा है।